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जनपद में सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए जिलाधिकारी की अध्यक्षता में सडक सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित
प्रदीप कुमार
रूद्रप्रयाग/श्रीनगर गढ़वाल।जनपद में सड़क दुर्घटनाओं को नियंत्रित करने के लिए जिलाधिकारी सौरभ गहरवार की अध्यक्षता में जिला कार्यालय एनआईसी कक्ष में सड़क सुरक्षा समिति की बैठक आयोजित की गई। बैठक में जिलाधिकारी ने सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी,जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी,डीआरएम को माह फरवरी,2024 से वर्तमान तक हुई सड़क दुर्घटनाओं के जो अवशेष 7 दुर्घटनाओं के डाटा आई-रेड डाटा बेस पर दर्ज नहीं कराए गए हैं उन्हें हर हाल में आज ही दर्ज कराने के निर्देश दिए गए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि जो भी सड़क दुर्घटनाएं घटित होती हैं उनका सभी डाटा आई-रेड डाटा बेस पर दर्ज हो ताकि सड़क दुर्घटनाओं के संबंध में स्पष्ट जानकारी उपलब्ध हो सके।उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि विगत फरवरी माह से वर्तमान तक जो भी 11 सड़क दुर्घटनाएं हुई हैं उनके संबंध में कितनों को मुआवजा उपलब्ध कराया गया है तथा कितनों को मुआवजा उपलब्ध नहीं कराया गया है आदि के संबंध में पूर्ण विवरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए हैं कि सड़क दुर्घटना में घायल होने एवं मृत व्यक्तियों को राहत उपलब्ध कराने के लिए राहत नियमावली के तहत पीड़ित यात्री या अन्य यात्री या उत्तराधिकारी को जो राहत के हकदार होते हैं इस संबंध में अपर जिलाधिकारी को एसओपी तैयार करने के निर्देश दिए गए।उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी को भी फरवरी, 2024 से वर्तमान तक दुर्घटना के बाद हुए पोस्टमार्टम का पूर्ण विवरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए।आवारा पशुओं के कारण सड़क दुर्घटना न हो इसके लिए जब तक आवारा पशुओं के लिए पशुशाला तैयार नहीं होती है संबंधित नगर पालिका एवं नगर पंचायत क्षेत्रांतर्गत संबंधित अधिशासी अधिकारी की जिम्मेदारी होगी कि उन आवारा पशुओं को रिफलेटिव काॅलर पहनाए जाएं जिससे कि अंधेरे में वाहन चालकों को आवारा पशु सड़क में नजर आ सकें तथा कोई सड़क दुर्घटना न घटित होने पाए।बैठक में पुलिस अधीक्षक अक्षय प्रह्लाद कौंडे ने अवगत कराया है कि कई ऐसी दुर्घटनाओं के मामले होते हैं जिन पर एफआईआर दर्ज नहीं कराई जाती है इसके लिए यह जरूरी है कि समस्त दुर्घटनाओं का विवरण अभिलेखित किया जाना आवश्यक है,जिससे कि स्पष्ट हो सके कि उत्तराखंड सड़क परिवहन राहत नियमावली 2008 यथा संशोधित 2023 के अंतर्ग आते हैं कौन से प्रकरण हिट एंड रन के अंतर्गत आते हैं तथा सभी दुर्घटनाओं का विवरण दर्ज किया जाना आई-रेड डाटा बेस पर दर्ज किया जाए।बैठक में मुख्य विकास अधिकारी डाॅ.जीएस खाती,अपर जिलाधिकारी श्याम सिंह राणा,उप जिलाधिकारी जखोली भगत सिंह फोनिया,रुद्रप्रयाग आशीष घिल्डियाल,पुलिस उपाधीक्षक रविकांत सेमवाल,मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ.रामप्रकाश,अधिशासी अभियंता लोनिवि रुद्रप्रयाग इंद्रजीत बोस,ऊखीमठ मनोज भट्ट,पीएमजीएसवाई पवन सिंह,सहायक संभागीय परिवहन अधिकारी विजय आर्य,जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी नंदन सिंह रजवार सहित संबंधित अधिकारी मौजूद रहे।

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