प्रदीप कुमार
ऊखीमठ/श्रीनगर गढ़वाल। द्वादश ज्योतिर्लिंगों में अग्रणी व पर्वतराज हिमालय की गोद में बसे भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली अपने शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मन्दिर से कैलाश के लिए रवाना हो गयी है। भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली के कैलाश रवाना होने पर विद्धान आचार्यों के वेद ऋचाओं,भक्तों की जयकारों,महिलाओं के धार्मिक भजनों,आर्मी व स्थानीय वाद्य यंत्रों की मधुर धुनों से क्षेत्र का वातावरण भक्तिमय बना रहा। वरिष्ठ पत्रकार लक्ष्मण सिंह नेगी ने बताया कि भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली के कैलाश रवाना होने पर शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मन्दिर को 8 कुन्टल अनेक प्रजाति के पुष्पों से भव्य रूप से सजाया गया था तथा अनेक भक्तों द्वारा विशाल भण्डारें का आयोजन किया गया है। देर सांय भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली प्रथम रात्रि प्रवास के लिए विश्वनाथ मन्दिर गुप्तकाशी पहुंच गयी है तथा विभिन्न यात्रा पड़ावों पर भक्तों को आशीष देते हुए 9 मई को केदारनाथ धाम पहुंचेगी तथा 10 मई को प्रातः 7 बजे वृष लगन पर भगवान केदारनाथ के कपाट ग्रीष्मकाल के लिए खोल दिये जायेगें। रविवार देर सांय को ओंकारेश्वर मन्दिर में सम्पन्न हुई भैरवनाथ पूजन में पूर्व कैबिनेट मंत्री अमृता रावत ने शामिल होकर विश्व समृद्धि की कामना की। सोमवार को भगवान केदारनाथ के शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मन्दिर में ब्रह्मा बेला पर विद्धान आचार्यों ने पंचाग पूजन के तहत अनेक पूजायें सम्पन्न कर भगवान केदारनाथ का आवाहन कर विश्व शान्ति व समृद्धि की कामना की। ठीक 8 बजे भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली का विशेष श्रृंगार किया गया तथा ब्राह्मणों ने वैदिक मंत्रोच्चारण से आगामी 10 मई से शुरू होने वाली केदारनाथ यात्रा के निर्विघ्न सम्पन्न होने की कामना की। रावल भीमाशंकर लिंग ने केदारनाथ धाम के प्रधान पुजारी शिव शंकर लिंग को पगड़ी व अचकन पहनाकर छ: माह केदारनाथ धाम में विधि-विधान से पूजा-अर्चना तथा प्रवास करने का संकल्प दिया। ठीक दस बजे भगवान केदारनाथ की पंचमुखी चल विग्रह उत्सव डोली शीतकालीन गद्दी स्थल ओंकारेश्वर मन्दिर से कैलाश के लिए रवाना हुई तो श्रद्धालुओं की जयकारों से क्षेत्र का वातावरण गुंजायमान हो उठा,तथा सैकड़ों भक्त आर्मी की बैण्ड धुनों पर नृत्य करने लगे। इस मौके पर राज्य मंत्री चण्डी प्रसाद भटट्,भाजपा जिलाध्यक्ष महावीर पंवार,मन्दिर समिति सदस्य श्रीनिवास पोस्ती,जिलाधिकारी सौरभ गहरवार,उप जिलाधिकारी अनिल कुमार शुक्ला मन्दिर समिति सदस्य श्रीनिवास पोस्ती,केदार सभा अध्यक्ष राजकुमार तिवारी,निवर्तमान नगर पंचायत अध्यक्ष विजय राणा,सामाजिक कार्यकर्ता आनन्द सिंह रावत,गुरिल्ला संगठन जिलाध्यक्ष बसन्ती रावत,प्रधान संगठन ब्लॉक अध्यक्ष सुभाष रावत,पूर्व प्रमुख लक्ष्मी प्रसाद भटट्,शिव सिंह रावत,देवानन्द गैरोला,गम्भीर बिष्ट,राजेन्द्र भण्डारी,कार्याधिकारी आर.सी.तिवारी,राजकुमार नौटियाल,वरिष्ठ प्रशासनिक अधिकारी यदुवीर पुष्वाण,रमेश नेगी,प्रकाश पुरोहित,बागेश लिंग,टी गंगाधर लिंग,यशोधर मैठाणी,डॉ.अंजनेश पंवार,विश्व मोहन जमलोकी,नवीन मैठाणी,देवी प्रसाद तिवारी,विदेश शैव,प्रदीप धर्म्वाण,रवीन्द्र रावत,प्रकाश रावत,प्रमोद बगवाडी सहित जनप्रतिनिधि,देश-विदेश के सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे।