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चंद्रशेखर आज़ाद का शहादत दिवस मनाया शिक्षा व्यवस्था में सुधार की मांग

प्रदीप कुमार
श्रीनगर गढ़वाल।AIDSO (ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन) द्वारा 27 तारीख को आजादी आंदोलन के महान क्रांतिकारी चंद्रशेखर आज़ाद का शहादत दिवस सम्मानपूर्वक मनाया गया। इस अवसर पर संगठन के सदस्यों ने उनके संघर्ष और विचारधारा को याद करते हुए वर्तमान शिक्षा व्यवस्था पर विचार विमर्श किया।AIDSO की सेंट्रल काउंसिल सदस्य रेशमा पंवार ने चंद्रशेखर आज़ाद के साहसी जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि शहीदों ने जिस समतामूलक शिक्षा और समाज का सपना देखा था,वह आज भी अधूरा है।वर्तमान में बुनियादी से लेकर उच्च शिक्षा तक आम छात्रों की पहुंच से दूर होती जा रही है।उन्होंने कहा कि उत्तराखंड में शिक्षा की बदहाल स्थिति भी राज्य से पलायन का एक प्रमुख कारण है। इस स्थिति में सुधार लाने के लिए छात्रों को आंदोलन तेज करने की जरूरत है।एसयूसीआई (कम्युनिस्ट) के राज्य संयोजक डॉ.मुकेश सेमवाल ने चंद्रशेखर आज़ाद की जीवनी और उनके क्रांतिकारी संघर्ष पर प्रकाश डाला। उन्होंने बताया कि आज़ाद HSRA (हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन) के चीफ इन कमांडर थे और उत्तराखंड के दुगड़डा क्षेत्र में भी संगठन विस्तार के लिए आए थे,जहां भवानी सिंह ने उनकी मदद की थी। उन्होंने कहा कि आज़ाद के साहसिक जीवन से प्रेरणा लेकर हमें समाज की मौजूदा समस्याओं के खिलाफ संगठित होना पड़ेगा।AIDSO के जिला अध्यक्ष कुलदीप रमोला ने संगठन की शिक्षा,संस्कृति और साहित्यिक आंदोलनों पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि एनईपी 2020 (नई शिक्षा नीति) शिक्षा में वैज्ञानिक सोच के बजाय अवैज्ञानिक चिंतन को बढ़ावा दे रही है। यह नीति शिक्षा के जनवादी स्वरूप को समाप्त कर निजीकरण और सांप्रदायिकरण को बढ़ावा दे रही है। जबकि आज़ादी आंदोलन के मनीषियों ने वैज्ञानिक,धर्मनिरपेक्ष और जनवादी शिक्षा का समर्थन किया था। AIDSO की नई विश्वविद्यालय समिति गठित इस अवसर पर AIDSO की नई विश्वविद्यालय समिति का गठन किया गया। इसमें अध्यक्ष-भानुप्रकाश,सचिव-राजदीप,उपाध्यक्ष-प्रिया और निशा,सहसचिव-अमित,साथ ही 15 कार्यकारिणी सदस्य नियुक्त किए गए।छात्रों ने संकल्प लिया कि वे चंद्रशेखर आज़ाद की प्रेरणा से कैंपस में एक बेहतर और उन्नत शैक्षणिक व सांस्कृतिक माहौल बनाएंगे।कार्यक्रम का संचालन पूर्व छात्रा प्रतिनिधि मोनिका चौहान ने किया और इसका समापन जनगीत के साथ हुआ। इस दौरान विश्वविद्यालय के कई छात्र उपस्थित रहे।

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