राज्य स्तरीय अबैकस प्रतियोगिता में अक्षत गिरि ने प्रथम स्थान प्राप्त कर क्षेत्र का नाम रोशन किया
प्रदीप कुमार
श्रीनगर गढ़वाल।राज्य स्तरीय अबेकश प्रतियोगिता का आयोजन एससीईआरटी देहरादून में सम्पन्न हुई।जिसमें राजकीय आर्दश प्राथमिक विद्यालय श्रीकोट गंगानाली खिर्सू के अक्षत गिरि ने प्रथम स्थान प्राप्त कर क्षेत्र को गौरवान्वित किया वर्तमान में अक्षत भगवती मैमोरियल पब्लिक स्कूल कक्षा 6 का छात्र है उसकी इस सफलता का श्रेय उसकी मार्गदर्शक शिक्षिका प्रधानाध्यापिका राजकीय आर्दश प्राथमिक विद्यालय श्रीकोट गंगानाली रश्मि गौड़ व समस्त विद्यालय परिवार को जाता है।अक्षत गिरि की इस शानदार सफलता पर डायट प्राचार्य पौड़ी स्वराज सिंह तोमर,खंड शिक्षा अधिकारी खिर्सू अश्विन रावत,वरिष्ठ प्रवक्ता डायट पौड़ी नारायण प्रसाद उनियाल,आरती थपलियाल,पदमा खंडूरी,कौशल्या नैथानी पूजा नौटियाल,संजय कठैत,प्रभा बहुगुणा,व क्षेत्रवासियों ने हर्ष व्यक्त किया है।उनकी माँ आरती गिरि गृहणी है और अक्षत ने छोटी उम्र में पिता को खो दिया था,लेकिन अपनी लगन और मेहनत से उसने मेधावी छात्र के रूप में अपनी छवि बनायी है,सौम्य और सरल स्वभाव का अक्षत परम शिव भक्त भी है दैनिक दिनचर्या में उसके शिव अराधना भी है क्या है अबेकश अबैकस (Abacus) एक प्राचीन गणनात्मक उपकरण है जिसका उपयोग संख्याओं की गणना और गणितीय क्रियाएँ (जैसे जोड़,घटाव,गुणा और भाग) करने के लिए किया जाता है। यह लकड़ी या प्लास्टिक के फ्रेम में तारों पर पिरोए गए मोतियों (Beads) से बना होता है। इसे मुख्य रूप से प्राचीन चीन,मेसोपोटामिया,ग्रीस,भारत और अन्य सभ्यताओं में गणना करने के लिए उपयोग किया जाता था।आज भी अबैकस का उपयोग बच्चों को गणित की मूलभूत अवधारणाएँ सिखाने के लिए किया जाता है,और यह मानसिक गणना कौशल को बढ़ाने में मदद करता है।आधुनिक युग में भी,अबैकस-आधारित गणना पद्धति (Abacus Mental Math) का उपयोग तेज़ और सटीक गणनाओं के लिए किया जाता है।अबैकस के मुख्य लाभ संक्षेप में:तेज़ मानसिक गणना,जोड़ घटाव, गुणा,भाग में तेजी और सटीकता बढ़ती है।ध्यान और स्मरण शक्ति में सुधार,मस्तिष्क के दोनों हिस्सों को सक्रिय करता है।गणितीय कौशल में वृद्धि,बड़ी संख्याओं को समझने और हल करने में मदद करता है। लॉजिक और समस्या समाधान क्षमता,गणितीय सोच विकसित करता है। आत्मविश्वास बढ़ाता है,गणना में तेज़ी आने से बच्चों का आत्मविश्वास बढ़ता है।अबैकस खासतौर पर बच्चों के लिए फायदेमंद है,लेकिन कोई भी इसे सीखकर गणना कौशल सुधार सकता है।