“माँ पूर्णागिरि स्वास्थ्य चेतना यात्रा: भारत-नेपाल सीमा पर निःशुल्क स्वास्थ्य शिविरों में डॉक्टरों की समर्पित सेवा”
प्रदीप कुमार
श्रीनगर गढ़वाल।10 मार्च 2025 राष्ट्रीय मेडिकोस ऑर्गनाइजेशन (एनएमओ) उत्तराखंड द्वारा माँ पूर्णागिरि स्वास्थ्य चेतना यात्रा के अंतर्गत 8 और 9 मार्च 2025 को भारत-नेपाल सीमा से सटे विभिन्न क्षेत्रों में विशाल निःशुल्क स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन किया गया। इन शिविरों में वीर चंद्र सिंह गढ़वाली राजकीय चिकित्सा महाविद्यालय,श्रीनगर गढ़वाल की एनएमओ इकाई के डॉक्टरों ने अपनी सेवाएँ प्रदान कीं।इन स्वास्थ्य शिविरों का आयोजन नेशनल मेडिकोस ऑर्गनाइजेशन (एनएमओ),सेवा भारती,उत्तरांचल उत्थान परिषद एवं सीमांत सेवा फाउंडेशन के संयुक्त तत्वावधान में किया गया।कार्यक्रम के संचालन एवं दिशा-निर्देशन की महत्वपूर्ण भूमिका में प्रधानाचार्य डॉ.सीएमएस रावत एवं चिकित्सा अधीक्षक डॉ.अजय विक्रम सिंह रहे,जबकि संपूर्ण कार्यक्रम का समन्वय डॉ.अमन भारद्वाज द्वारा किया गया।
शिविरों में डॉ.सुरेंद्र सिंह नेगी,डॉ.राजेंद्र प्रसाद शर्मा,डॉ.कृतिका भारद्वाज,डॉ.अशुतोष मिश्रा एवं डॉ.अमन भारद्वाज ने मरीजों का निःशुल्क परीक्षण कर आवश्यक चिकित्सीय परामर्श एवं दवाइयाँ उपलब्ध कराईं।बड़ी संख्या में स्थानीय नागरिकों ने इन स्वास्थ्य सेवाओं का लाभ उठाया।शिविरों का आयोजन
उत्तराखंड के बड़घा 54 (खटीमा),चूका (टनकपुर),गुदमी (बनबसा) एवं पंथागोट (खटीमा) सहित विभिन्न स्थानों पर किया गया। इन क्षेत्रों में सीमांत समुदाय के सैकड़ों लोगों को स्वास्थ्य सेवाएँ प्रदान कर एनएमओ की टीम ने समाज सेवा की उत्कृष्ट मिसाल पेश की।इस पहल ने न केवल सीमांत क्षेत्र में स्वास्थ्य सेवाओं को सुलभ बनाया,बल्कि ग्रामीण एवं वंचित समुदायों को निःशुल्क चिकित्सा सुविधा देकर समाज के प्रति अपनी जिम्मेदारी को भी सिद्ध किया। एनएमओ एवं इसके समर्पित चिकित्सकों की यह पहल भविष्य में भी निरंतर जारी रहेगी,जिससे समाज के प्रत्येक वर्ग को बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएँ मिल सकें।