प्रधानमंत्री से मिलीं मेजर संध्या केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर में कर रही हैं एमएससी योग विज्ञान
प्रदीप कुमार
देवप्रयाग/श्रीनगर गढ़वाल।केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर की छात्रा मेजर संध्या का एक बड़ा सपना पूरा हो गया।सपना इतना बड़ा कि उन्हें उसके पूरे होने पर खुद भी किसी समय विश्वास नहीं हो रहा है। संध्या हाल ही में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से भेंट कर आई हैं।मेजर संध्या श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर में योग विज्ञान विभाग में एमएससी प्रथम वर्ष की छात्रा हैं। वे भारतीय सेना में मेजर हैं और दो वर्ष के अध्ययन अवकाश पर यहां पढ़ने आई हैं। सेना में राष्ट्र सेवा से जुड़ी अनेक गौरवपूर्ण उपलब्धियां हासिल कर चुकी संध्या का सपना एक बार देश में राजनीति के प्रमुख पद पर आसीन हस्ती से मिलने का था। वे प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से मुलाकात करना चाहती थीं।हाल ही में उनकी यह तमन्ना तब पूरी हुई,जब देहरादून में उनकी यूनिट के ब्रिगेडियर संजोग नेगी प्रधानमंत्री से कुछ आवश्यक कार्य से भेंट करने गये। ब्रिगेडियर नेगी के साथ अन्य पांच सेना अफसर भी थे। इनमें मेरे संध्या भी एक थीं। नई दिल्ली में सैन्य अधिकारियों की प्रधानमंत्री से यह भेंट इत्मीनान से हुई। ब्रिगेडियर नेगी ने सभी अफसरों का परिचय पीएम से कराया तो संध्या के परिचय पर प्रधानमंत्री केंद्रित होकर दिलचस्पी से उनके विषय में पूछा। मेजर संध्या ने प्रधानमंत्री को बताया कि संध्या ने बताया कि कोरोना काल में उन्होंने श्रीनगर के पुंछ में पत्थरबाजी जैसी विपरीत परिस्थितियों में सेवा दी। संध्या को वहां फायरिंग भी करनी पड़ी।सराहनीय सेवा के लिए बार विशिष्ट सेवा मेडल,बार सेना मेडल और बार प्रशस्ति से सम्मानित किया गया। पूर्व सीडीएस जनरल विपिन रावत से उन्हें ‘बेस्ट शूटर ‘ का खिताब मिला।दस वर्ष से सेना में सेवारत संध्या ने जब प्रधानमंत्री मोदी को बताया कि वे केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर में योग की छात्रा हैं तो इस पर गहरी रुचि लेते हुए पीएम ने कहा कि आप जैसे अधिकारियों के लिए योग बहुत आवश्यक है और मेरी दिनचर्या की शुरुआत योग से ही होती है।वे सुबह प्राणायाम,ध्यान और आसन करते हैं। प्रधानमंत्री ने संध्या को महिला दिवस की बधाई दी और कहा कि यद्यपि सेना अधिकारी में लिंग भेद नहीं होता,वहां महिला हो या पुरुष केवल आर्मी आफीसर होता है।मेजर संध्या ने बताया कि पीएम से मिलना मेरे लिए स्वयं में एक बड़ा पुरस्कार है। यह मेरे जीवन के महत्त्वपूर्ण क्षणों में से एक है।उधर,केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो.श्रीनिवास वरखेडी़ और विश्वविद्यालय के श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर के निदेशक प्रो.पी.वी.बी सुब्रह्मण्यम ने मेजर संध्या की इस उपलब्धि पर प्रसन्नता प्रकट कर उन्हें बधाई दी है। कुलपति ने कहा कि यह हमारे विश्वविद्यालय के लिए भी गौरव की बात है कि सेना में इतनी उपलब्धियां हासिल करने वाली मेजर हमारे विश्वविद्यालय की छात्रा हैं। निदेशक ने कहा कि संध्या परिसर में एक अधिकारी की तरह नहीं,बल्कि साधारण छात्रा की ही तरह सादगीपूर्ण ढंग से रहती है।