प्रदीप कुमार
श्रीनगर गढ़वाल। विकास खण्ड कीर्तिनगर के अंतर्गत ग्राम राणीहाट,नैथाणा में चल रहे ऋषिकेश रेल लाइन परियोजना के निर्माण कार्य से प्रभावित ग्रामीणों का जीना दुभर हो गया है रेल परियोजना के निर्माण कार्य से जगह-जगह आवागमन के रास्ते खंडित कर दिए हैं। क्षेत्र के नौनिहालों को आने जाने वह खेलने से भी वंचित किया जा रहा है। गौर तरफ है कि विगत 6 वर्षों से रेल परियोजना में आरवीएनएल एवं निर्माण दी संस्था नवयुवक कंपनी जनहितों को दरकिनार करते हुए तानाशाही रवैया अपना कर रखा हुआ है। इस मामले में बार-बार शिकायत करने पर आरबीएनएल कार्यदायी संस्था के आलाधिकारियों का रवैया तानाशाही पूर्ण रहता है। पूर्व प्रधान मनोज जोशी ने कहा है कि नवयुगा निर्माणदायी संस्था एवं आरवीएनएल आवागमन के रास्ते एवं पौराणिक मंदिरों के निर्माण कार्य शीघ्र शुरू नहीं किया तो ग्रामीण रेलवे निर्माण कार्य को रोककर जन आंदोलन करेंगे। इस संबंध में नवयुगा कंपनी के प्रबंधक राजेश अरोड़ा से संचार माध्यम से संपर्क करने पर उन्होंने कहा है कि कंपनी की तरफ से सभी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से दी गई हैं लेकिन स्थानीय वाहन स्वामी एवं ट्रैकर चालक अपना काम ठीक तरीकों से नहीं कर पा रहे हैं इसके साथ ही उन्होंने स्थानीय लोगों पर अनावश्यक तरीके से धन एठने का आरोप भी लगाया। भारत सरकार की विस्तारवादी सोच् ऋषिकेश,कर्णप्रयाग रेल परियोजना हम सभी उत्तराखंड वासी तहदिल से स्वागत करते हैं इसलिए हम सभी ग्रामीण काश्तकारों ने तहदिल,चित मन् से हमने अपनी पुस्तैनी जमीन रेल परियोजना/भारत सरकार को समर्पित की थी। इसकी एवज मे हमे आप रेल परियोजना पदाधिकारीयों ने तमाम सपने दिखाऐ थे और निर्माण कार्य से पहले हमे सभी वैकल्पिक व्यवस्थाओं को सुदृढ (सुधार) करने का आश्वासन दिया था। जिसमे हमारे आवागमन के रास्ते,खेल के मैदान,पेयजल व्यवस्था,पशुओं के लिऐ चारा पत्ती, प्रदूषण,मुवावजा सहित हमारे इष्टदेव,कुलदेवी,के मंदिर पूर्णतह्ः निर्माण इन सभी के निर्माण के बाद ही परियोजना विधिवत रूप से कार्य करने को भी कहा था। लेकिन आपने जन समस्याओं को दरकिनार करते हुऐ तानाशाह की तरह काम किया है।और आपने हमारे सभी ग्रामीणों के जीवन को झकझोर करके रख दिया है।आपने अपने सम्मानित पद की गरिमा का खयाल न् रखकर जनहित मे बनाई गई पौलसी के साथ ही जनहित,की समस्याओं को धत्ता देने के साथ ही आपने उच्च न्यायालय,और उच्चतम न्यायालय के नियम्,कानून का मजाक बनाकर रख दिया है। हम सभी उत्तराखंड वासी सैनिक बाहुल्य क्षेत्र होने के साथ ही अपनी ईमानदारी,मेहनतकश और सादगी के लिऐ जाने जाते हैं जिसका आपने आपके विभाग ने,कार्यदायी संस्था ने पूरा नाजायज फायदा उठाया है। जिसका जीतता जागता उदाहरण है कि एक खनन अधिकारी एंव तत्कालीन प्रशासनिक अधिकारी ने खनन माफिया के कहने पर सुंरग से निकलने वाले (मग) मलबे को राणीहाट अलकनंदा नदी तट पर डालने या जमा करने पर एनजीटी का हवाला देते हुऐ पर्यावरण को खतरा बताया था लेकिन गांव के बीच मध्य मे सौ मीटर से भी अधिक ऊंचा टीला बनाकर आज हर घर व हर मानव के स्वांस मे जाकर प्रदूषित कररहा है या सीधे शब्दों मे कहें तो आपकी कार्यप्रणाली ने हर आदमी को मिट्टी खाने को मजबूर कर दिया है। तथा आपके अनुसार गांव के बीच मे लगा मिट्टी का ऊंचा टीला राष्ट्रीय हरित प्रणाली (एनजीटी) के मानको पर खरा उतर रहा है। आप से उम्मीद करते हैं कि आप हमारी बातों को ध्यान मे रखकर अपने जमीर को टटोलते हुऐ हमारी भावनाओं का भी कद्र जरूर करेंगें। संजय/मेघा रावत ग्राम प्रधान राणीहाट,मनोज जोशी पूर्व ग्राम प्रधान राणीहाट,नैथाणा,देवली एवं समस्त राणीहाट नैथाणा वासी।