प्रदीप कुमार जखोली/श्रीनगर गढ़वाल। विकास खण्ड जखोली की बड़मा पट्टी के दुनगेरा माता मंदिर प्रांगण सिद्वसौड़ में ग्यारह दिवसीय अष्टादश पुराण महायज्ञ का विशाल भण्डारे के साथ सम्पन्न हो गया है। आयोजक कर्ता एवं राष्ट्रीय कथा व्यास आचार्य पंडित जगदम्बा प्रसाद उनियाल ने अष्टादश महापुराण के तहत भागवत पुराण के अन्तिम दिन कथा वाचन करते हुए कहा है कि जिस भी मनुष्य को भगवान की भक्ति करने का सौभाग्य प्राप्त होता है वह सदैव चिन्ता से मुक्त होता है,भागवत कथा सुनने व करने से कई पीढ़ियों का उद्धार होता है, इसलिए मनुष्य को समय निकालकर अवश्य ही भागवत कथा का श्रवण करना चाहिए। उन्होंने अष्टादश महापुराण कथा में सहयोग करने वाले सभी क्षेत्रीय लोगों का व्यासपीठ से आभार व्यक्त करते हुए सभी के मंगलमय जीवन की कामना की है। इस अवसर पर अष्टादश महापुराण में मुख्य व्यासपीठ पर आचार्य पंडित जगदम्बा प्रसाद उनियाल के अलावा आचार्य अजय साडिल्य,अग्नि पुराण में आचार्य दीपक,वायु पुराण में आचार्य विलोचन भट्ट,देवी भागवत पुराण में आचार्य द्वारका प्रसाद,गरुड़ पुराण में आचार्य गौरव कृष्ण,पद्म पुराण में आचार्य अरविंद पुरोहित,वारह पुराण में आचार्य कालिका प्रसाद,ब्रह्म पुराण में आचार्य दिवाकर डिमरी,वामन पुराण में आचार्य राहुल कृष्ण,मत्स्य पुराण में आचार्य विकास भारद्वाज,स्कंद पुराण में आचार्य नवनीत डोभाल,नारद पुराण में आचार्य महानंद,पद्म पुराण में आचार्य मनोज शास्त्री,ब्रह्मांड पुराण में आचार्य शैलेंद्र सहित विभिन्न पुराणाचार्यों द्वारा दिव्य कथा सुनाई गयी। इस अवसर पर विकास खण्ड़ जखोली के पूर्व ज्येष्ठ प्रमुख अर्जून गहरवार,क्षेत्र पंचायत सदस्य भूपेंद्र सिंह भंडारी,पूर्व जिपंस बीरेंद्र सिंह बुटोला,ज्येष्ठ प्रमुख जखोली नागेन्द्र पंवार,योगगुरु कृपाल सिंह पंवार सहित बड़ी संख्या में सिद्धसौड़,जखोली,बांध, कुरछौला,जखनोली,मूसाढूंग,मुन्ना देवल,धरियांज,किरोड़ा,मरोड़ा,उत्तरसू सहित बड़मा,सिंलगढ़,फुटगढ़ पट्टी के विभिन्न गांव के श्रद्धालु सहयोग कर कथा श्रवण करने पहुंचे।