प्रदीप कुमार
कोटद्वार-पौड़ी/श्रीनगर गढ़वाल।दिनांक 20.11.2023 को आवेदिका सुधा डोभाल, तहसीलदार यमकेश्वर द्वारा थाना यमकेश्वर पर शिकायती प्रार्थना पत्र दिया कि तहसील यमकेश्वर के सरकारी खाता संख्या-11XXXX8017 की चैक बुक सीरीज-7X8 से कुछ अज्ञात लोगों द्वारा 13 कूटरचित चैक विभिन्न खाता धारकों के खातों में लगाकर 11,17,027/- रुपये की धोखाधड़ी की गयी हैं। शिकायती प्रार्थना पत्र के आधार पर थाना यमकेश्वर में पंजीकृत किया गया। उक्त मामले में दिनाँक 26.01.2024 को अभियुक्त निहाल सिन्हा पुत्र बच्चू सिह एवं अभियुक्त रोहित राज पुत्र मनोज कुमार पटना के थाना कंकरबाग क्षेत्र के चाँदमारी चौक से गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया था। अभियोग उपरोक्त में मुख्य आरोपी गैंग लीडर गोरे लाल यादव उर्फ दीपक कुमार उर्फ गोरखा जो पुलिस को लगातार चकमा देकर अपने ठिकाने बदलकर फरार चल रहा था।
वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी लोकेश्वर सिंह द्वारा आमजनमानस के साथ हो रही धोखाधड़ी की घटनाओं को गम्भीरता से लेते हुये अभियोग का सफल निस्तारण कर थानाध्यक्ष यमकेश्वर के नेतृत्व में पुलिस टीम गठित कर फरार अभियुक्त की शीघ्र गिरफ्तारी करने हेतु आदेशित किया गया।
चूँकि प्रकरण आमजनमानस से लाखों रूपये की आर्थिक धोखाधड़ी से सम्बन्धित था। इस हेतु गठित पुलिस टीम द्वारा तत्काल अभियुक्त की गिरफ्तारी एवं घटना के सफल अनावरण हेतु त्वरित कार्यवाही करते हुये ठोस सुरागरसी-पतारसी एवं सर्विलान्स की मदद से अभियुक्त के बारे में विभिन्न माध्यमों से जानकारी की गयी। काफी प्रयासों के बाद अभियुक्त उक्त का बिहार में होने की जानकारी प्राप्त हुयी। अभियुक्त काफी शातिर किस्म का ठग है,जो अपनी गिरफ्तारी से बचने के लिये लगातार अपना नाम और अपने ठिकाने तथा मोबाइल नम्बर बदल रहा था। जिसकी गिरफ्तारी हेतु वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्वारा अभियुक्त की गिरफ्तारी हेतु ₹ 25,000/-का ईनाम घोषित किया गया।
अभियुक्त के बारे में जानकारी प्राप्त होते ही पुलिस टीम बिना समय गंवाये बिहार के लिये रवाना हुयी। जनपद पौड़ी से सैकडों कि.मी.दूर वहां के वातावरण एवं भाषा सम्बन्धी कठिनाइयां पुलिस टीम के सामने आना स्वाभाविक था। भिन्न वातावरण एवं भाषा सम्बन्धी समस्याओं के बीच फरार अभियुक्त का पता लगाना पुलिस के लिये चुनौतीपूर्ण कार्य था। गठित टीम द्वारा काफी जद्दोजहद करते हुये तमाम कठिनाइयों एवं चुनौतियों को दरकिनार कर वहाँ की बोली भाषा सीखकर और वहीं के परिवेश में ढलकर अथक प्रयासों के फलस्वरूप गठित टीम को सफलता मिली। परिणाम स्वरूप पौड़ी पुलिस ने अभियोग उपरोक्त में गैंग लीडर गोरे लाल यादव को दिनाँक 19.06.2024 को कदमकुवा थाना,पटना बिहार से गिरफ्तार किया गया। अभियुक्त के विरूद्ध बिहार के कई थानों में हत्या,जबरन वसूली जैसे कई आपराधिक मामले दर्ज है अभियुक्त का पेशा लोगों को डरा धमकाकर जबरन वसूली करना था।
पूछताछ का विवरणः-
अभियुक्त ने पूछताछ में बताया कि मैं और मेरे गैंग के सदस्य बैंकों से सरकारी निकायों/कार्यालयों के चैक/खाता संख्या आदि की जानकारी लेकर उनके फर्जी चैक बुक/उक्त खातों की चैक बुक का क्लोन बनाकर विभिन्न/फर्जी खातों में लगाकर पैसा निकाल लेते हैं तथा उन पैसों को आपस में बांट लेते है। मैं और मेरी गैंग के सदस्य गरीब आदिवासी क्षेत्रों में रह रहे अशिक्षित लोगों को प्रलोभन देकर जिन व्यक्तियों के अभी तक आधार कार्ड नहीं बने है उनका बायोमेट्रिक फिंगर प्रिन्ट लेकर तथा उनकी फोटो की जगह किसी अन्य व्यक्ति की फोटो लगाकर फर्जी आधार कार्ड तैयार करके उन आधार कार्ड से फर्जी सिम कार्ड बनाते है और फर्जी आधार कार्ड एवं फर्जी सिम कार्ड से सैकडों फर्जी खाते खुलवाकर देश भिन्न-भिन्न सरकारी निकायों/कार्यालयों के खातों एवं चेकों की जनकारी लेकर ठगी की घटना को अंजाम देते हैं ।
पूर्व में गिरफ्तारशुदा अभियुक्तों का नाम पताः-
1.निहाल सिन्हा पुत्र बच्चू सिह, नि.-अशोक नगर रोड न.-3,एसटी माईकल स्कूल कंकरबाग लोहिया नगरथाना,कंकरबाग पटना बिहार।
2.रोहित राज पुत्र मनोज कुमार,नि.अशोक नगर रोड न.-1 सुमन मेडिकल,कंकरबाग थाना कंकरबाग अशोक नगर,पटना बिहार।
गिरफ्तारशुदा अभियुक्त का नाम पताः-
गैंग लीडर गोरे लाल यादव उर्फ दीपक कुमार उर्फ गोरखा,पुत्र दिनेश यादव,नि.-ग्राम हुसेना मेदनी चौक,थाना जिला लखीसराय,बिहार।
पुलिस टीमः-
1.थानाध्यक्ष यमकेश्वर उमेश कुमार
2.प्रभारी सीआईयू कमलेश शर्मा
3.अपर उपनिरीक्षक अहसान सीआईयू
4.अपर उपनिरीक्षक मुनेश थाना यमकेश्वर
5.आरक्षी संजीव थाना यमकेश्वर
6.आरक्षी अमरजीत साइबर सेल
7.आरक्षी अरविन्द राय साइबर सेल
