प्रदीप कुमार श्रीनगर गढ़वाल। सर्वे भवन्तु सुखिनः सर्वे सन्तु निरामया की भावना को बढ़ाने और अखिल विश्व में सुख व शान्ति बनी रहने के निमित्त टिहरी जनपद के चन्द्रवदनी पट्टी के रूमधार गांव में मार्कंडेय पुराण कथा वाचन श्रवण का आयोजन किया गया है। कथा वाचक आचार्य कुशलानंद उनियाल व पंडित रमेश चन्द्र उनियाल के निर्देशन में सात दिनी इस महायज्ञ का आयोजन समस्त ग्राम वासियों द्वारा किया गया है। श्री दुर्गा सप्तशती पाठ शास्त्री मर्मज्ञ पंडित रमेश चंद्र उनियाल ने बताया कि माँ दुर्गा चराचर जगत की पालन कर्ता है। वर्तमान समय में जब आसुरी शक्तियां प्रबल होती जा रही हैं ऐसे में बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है कि हम प्रकृति का महत्व समझें। पंडित रमेश चन्द्र उनियाल का कहना है कि सनातन धर्म के मनीषियों ने प्रकृति को माता का स्थान इसलिए प्रदान किया था कि समस्त नर नारी प्रकृति का सम्मान करते हुए इसके नियमों का पालन करें। उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि हर घर में तुलसी पौधे का पूजन एक उदाहरण है कि हम प्रकृति में पेड़ पौधों का संरक्षण करें। उन्होंने कहा कि सनातन धर्म में पीपल,वट,आम आदि चौड़ी पत्ती के वृक्षों को देव वृक्ष की संज्ञा इसीलिए दी गई कि आम जनमानस पेड़ पौधों को जीवन प्रदाता समझ उनका सम्मान और संरक्षण करे। आयोजन में कार्यकर्ता देवी प्रसाद उनियाल,अनसूया प्रसाद उनियाल,ललिता प्रसाद उनियाल,घनानंद उनियाल,कैलाश चंद्र उनियाल,खुशी राम भट्ट ,दिनेश उनियाल,नवीन उनियाल,वीरेंद्र दत्त सेमवाल और समस्त मातृशक्ति का अनन्य योगदान मिल रहा है ।