प्रदीप कुमार
श्रीनगर गढ़वाल। श्रवण नक्षत्र अंगार चतुर्थी के पुनीत शुभ अवसर पर गणेश भगवान की पूजा पंचमुखी हनुमान की पूजा के साथ-साथ सुन्दर काण्ड का भी भव्य तरीके आयोजन किया गया। जिसमें ताजबर जग्गी अपर आयुक्त खाद्य एवं सौन्दर्य उत्तराखण्ड बतौर मुख्य अतिथि के रूप में रहे। मुख्य अतिथि ने मां दक्षिण काली में दीप प्रज्वलित करते हुए कहा कि वर्तमान परिदृश्य में सुन्दर काण्ड का पाठ करना घर घर में जरूरी है। इससे भावी पीढ़ी में भारतीय संस्कृति के बीज रोपित होने के साथ आम जनमानस नैतिकता के गुणों से सरलता से परिचित हो सकते हैं।सुुन्दर काण्ड भक्ति का सबसे सरल और प्रभाव कारी माध्यम है। इस सन्दर्भ में आचार्य अखिलेश चन्द्र चमोला की पहल सराहनीय है। पीठाधीश्वर दर्शनाचार्य अखिलेश चन्द्र चमोला ने कहा-जिस प्रकार से सनातन धर्म में राम चरित मानस का विशेष महत्व है। उसी प्रकार इस महाकाव्य के पांचवें अध्याय को सुन्दर काण्ड के नाम से जाना जाता है। सुन्दर काण्ड में तुलसीदास ने राम भक्त हनुमान जी द्वारा माता सीता की खोज को बड़े ही सुन्दर रूप से चित्रित किया है। अखिलेश चन्द्र चमोला ने बताया कि जिस समय हनुमान जी माता सीता की खोज करते हुए उनकी भेंट माता सीता से सुन्दर पर्वत पर बने अशोक वाटिका में हुई थी। जिससे इस भाग को सुन्दर काण्ड के नाम से जाना जाता है। सुन्दर काण्ड का सस्वर वाचन अखिलेश नेगी ने किया संगीत की ध्वनि भूपेंद्र सिंह राणा के साथ सुन्दरता के साथ चित्रांकन का कार्य नवीन कपरूवाण ने किया। मां दक्षिण काली कस्तूरी सदन के प्रबन्धक महेन्द्र सिंह भण्डारी तथा पीठाधीश्वर अखिलेश चन्द्र चमोला ने मुख्य अतिथि अपर आयुक्त ताजबर जग्गी के हाथों मां के भक्तों को श्री यन्त्र सुन्दर काण्ड की पुस्तक मां काली की तस्वीर मां दक्षिण काली के भक्तों को सप्रेम भेंट की। प्रबन्धक महेन्द्र सिंह भण्डारी के इस कार्यक्रम की सफलता के लिए सभी भक्तों का आभार प्रकट किया। इस मौके पर दामिनी भण्डारी,मीनाक्षी चमोला,अर्पिता भण्डारी,तनु,सिमरन,सरस्वती,संदीप राणा,निवेदिता भण्डारी,पीयूष आदि मुख्य रुप से उपस्थित रहे।कार्यक्रम का समापन अखिलेश नेगी द्वारा स्वरचित मां काली की स्तुति के सुन्दर गायन से की गई।
