प्रदीप कुमार
श्रीनगर गढ़वाल। न्यू डांग में पितृ आशीर्वाद सदन में आयोजित श्रीमद् भागवत कथा ज्ञान यज्ञ शनिवार को पूजा-अनुष्ठान एवं यज्ञ पूर्णाहुति के साथ संपंन हो गया। यज्ञ में पुर्णाहुति देने के लिए शहर भर से बड़ी संख्या में लोग पहुंचे।
कथा के समापन अवसर पर पहुंचे भक्तों को वेद व्यास आचार्य डॉ.महेश चन्द्र महाराज ने फल एवं हरियाली के रूप में प्रसाद प्रदान कर आशीष दिया। यज्ञ प्रसाद मिलने के बाद लोगों ने बह्मभोज किया। इससे पूर्व राधे-कृष्ण के भजनों से कथा मंडप गुंजायमान रहा। भजनों के साथ भक्त कृष्ण की भक्ति में झूमते हुए खूब दिखाए दिये। मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ.सीएमएस रावत एवं उनके परिवार द्वारा आयोजित श्रीमद् भागत कथा ज्ञान यज्ञ के अवसर पर वेद व्यास आचार्य डॉ.महेश चन्द्र महाराज ने सभी लोगों को कथा के दौरान सुनी बातों का स्मरण करते हुए जीवन में उतारने का संकल्प दोहराया। उन्होंने हररोज कथा सुनने तथा कथा में आने वाले सभी भक्तों का आभार प्रकट किया। इस दौरान कथा में दूर-दराज क्षेत्रों से पहुंचे लोगों को आयोजक डॉ.सीएमएस रावत ने गंगाजल के साथ राधे-राधे का पटके एवं गीता पुस्तक प्रदान की। उन्होंने सभी लोगों को कथा में वेद व्यास डॉ.महेश चन्द्र महाराज द्वारा बताई बातों को अपने जीवन में उतारकर खुद का उद्धार करने का आह्वान किया। कहा कि खुद का उद्धार होने से जग का उद्धार होगा। उन्होंने वेद व्यास के साथ अन्य पहुंचे आचार्य गणों का सम्मान किया। इस मौके पर वरिष्ठ पत्रकार एनके खंडूडी,डॉ.कविता रावत,केएमएस रावत,रश्मि रावत,अनुप्रिया रावत,लक्ष्मी भंडारी,पृथ्वी सिंह भंडारी,रिद्धि नेगी,अरुण नेगी,सिद्धि असवाल,निर्मला बिष्ट,जसवंत सिंह बिष्ट,आशा रावत,सरोजनी रावत,रमेश रावत,भगवान सिंह रावत,डॉ.जय कुमार,विभोर बहुगुणा,बबीता रावत,महेन्द्र सिंह नेगी,महेन्द्र सिंह नेगी,लक्ष्मण सिंह रावत,भगवान सिंह रावत,कमला देवी भंडारी,सरोजनी देवी,प्रदीप रौथाण,पार्वती रावत,मान सिंह रावत,सुमित्रा देवी,मातबर सिंह रावत,राजकुमारी रावत,सुशीला देवी,ऊषा देवी,अर्जुन सिंह,पुष्कर सिंह,विक्रम चौहान,रूप सिंह चौहान,परमेश्वरी रावत,वीरेन्द्र सिंह रावत,अंशी देवी,नरेन्द्र रावत,मंजू नेगी,मातृ शक्ति कीर्तन मंडली,विधायक प्रतिनिधि मेडिकल कॉलेज राजेन्द्र बिष्ट,जितेन्द्र रावत,वासुदेव कंडारी,दिनेश असवाल,गिरीश पैन्यूली,पंकज सती,भगवती प्रसाद घिल्डियाल,दिनेश पटवाल सहित दिल्ली,देहरादून,लखनऊ,कोटद्वार,पटियाल,जालंधर अन्य शहर से पधारे भक्त मौजूद थे।