प्रदीप कुमार
श्रीनगर गढ़वाल। खाद्य,नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता मामले विभाग उत्तराखण्ड के द्वारा उपभोक्ताओं को सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अन्तर्गत केन्द्र सरकार के निर्देषानुसार सरकारी सस्ता गल्ला विक्रेताओं के माध्यम से प्रतिमाह पिछले 2-3 वर्षो से नियमानुसार फोर्टिफाइड चावल उपलब्ध कराये जा रहें है। चावल मिलों द्वारा समान्य चावलों में फोर्टिफाइड चावल कर्नेल FSSAI द्वारा निर्धारित मापदंडों के अनुसार मिलाया जाता है। फोर्टिफाइड चावल आयरन,विटामिन एवं फोलिक एसिड जैसे सूक्ष्म पोषक तत्वों से युक्त होते है। आयरन,अनिमिया रोग से बचाव में सहायक,फोलिक एसिड,भ्रुण निर्माण और खून बनाने में सहायक तथा विटामिन बी-12 नर्वस सिस्टम के सामान्य कामकाज में सहायक होता है। विजय डोभाल क्षेत्रीय खाद्य आपूर्ति अधिकारी ने कहा कि हमारे संज्ञान में आया है कि फोर्टिफाइड चावलों के लेकर लोगों में भ्रांति है कि सामान्य चावलों में प्लास्टिक के चावल मिलायें जा रहे है। ऐसे भ्रामक वीडियो एवं सुचानायें सोशल मीडिया के माध्यम से लगातार प्रसारित की जा रही है। वास्तव में यह चावल प्लास्टिक के चावल न होकर फोर्टिफाइड चावल कर्नेल है। जिन्हें कि सामान्य चावल को पीसकर उसमें FSSAI द्वारा निर्धारित मापदंडों के अनुसार आयरन,विटामिन एवं फोलिक एसिड मिलाकर मशीनों द्वारा चावल के आकार में बनाया जाता है। प्रति 100 किलो चावल में 1 किलो फोर्टिफाइड चावल कर्नेल मिलाया जाता है। सार्वजनिक वितरण प्रणाली के अंतर्गत समस्त राशन कार्ड धारकों को वितरित किया जा रहा चावल पूर्णतयः सुरक्षित एवं पोषक तत्वों से भरपूर है। सभी उपभोक्ताओं से अनुरोध है कि फोर्टिफाइड चावल को बीनते,समय धोते समय एवं बनाते समय अलग न फेकें बल्कि उसका नियमित रूप से सेवन करें। ताकि प्रतिदिन के आहार में आयरन,विटामिन एवं फोलिक एसिड की मात्रा संतुलित बनी रहे। क्षेत्रीय खाद्य अधिकारी,श्रीनगर गढवाल।
