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प्रदीप कुमार श्रीनगर गढ़वाल। आम फल की लोकप्रियता के कारण पूरे भारतवर्ष में 22 जुलाई को प्रति बर्ष राष्ट्रीय आम दिवस मनाया जाता है। आम सबसे अधिक पसंद किए जाने वाले फलों में एक है। आम भारत का राष्ट्रीय फल है,इसे फलों का राजा कहा जाता है। आम उत्पादन में भारत का विश्व में प्रथम स्थान है। आम के विभिन्न किस्मों के ताजे फल बाजार में अप्रेल से अगस्त तक उपलब्ध रहते हैं। आम के फल,रसीले,स्वादिष्ट मीठे,पौष्टिक,स्वास्थ्य वर्धक व औषधीय गुणा से भरपूर होते हैं। आम के फलों में विटामिन A व C,पोटेशियम,कैरोटीन तथा रेसा प्रचुर मात्रा में उपलब्ध होता है। आम के बाग 1000 मीटर की ऊंचाई वाले स्थानों तक विकसित किए जा सकते हैं, आम के लिये 23.8 से 26.6°C तापमान उत्तम होता है। आम की प्रचलित जातियों में दशहरी,लंगडा,चौसा,सफेदा,बाम्वे ग्रीन,केसर,अल्फांसो आदि प्रमुख है। आम की बौनी संकर किस्में आम्रपाली तथा मल्लिका किचन गार्डन व उच्च घनत्व के रोपण में बागवान लगा रहे हैं। आम की रंगीन किस्में तेजी से लोकप्रिय हो रही है। कुछ दशक पहले मेलों में आम की लाल रंग की किस्मों में हुस्नारा वनराज, सुर्ख,सिंदूरी,गुलाब खास आदि ही दिखाई देती थी वर्तमान में भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद द्वारा विकसित रंगीन आम की किस्में पूसा अरुणिमा,पूसा प्रतिभा,पूसा श्रेष्ठ,पूसा ललिता,पूसा लालिमा,पूसा सूर्या आदि भी देखी जा सकती है। बाजार में लाल फलों की अधिक मांग के कारण रंगीन किस्मों का उत्पादन करना बागवानों के लिए लाभदायक है। इन किस्मों को उच्च घनत्व में लगाया जा सकता है। आम दिवस पर अधिक से अधिक आम की नई व्यवसायिक किस्मों का रोपण कर फलो के उत्पादन के साथ साथ प्रकृति व पर्यावरण को हरा-भरा बनायें।

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