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प्रदीप कुमार
श्रीनगर गढ़वाल। भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) ने हेमवती नंदन बहुगुणा (एचएनबी) गढ़वाल विश्वविद्यालय श्रीनगर परिसर के साथ मिलकर राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस 2 अगस्त 2024 को आयोजन किया। यह विशेष दिन 23 अगस्त 2023 को चंद्रयान-3 की चंद्रमा के दक्षिणी ध्रुव पर स्थित शिव शक्ति पॉइंट पर सफलतापूर्वक सॉफ्ट-लैंडिंग की ऐतिहासिक घटना का जश्न मनाने के लिए समर्पित है। इस महान उपलब्धि के सम्मान में इसरो ने भारत में अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी में उद्यमिता और नवाचार को बढ़ावा देने के उद्देश्य से एक महीने तक चलने वाले अभियान की शुरुआत की है। यह उत्सव 20 जुलाई 2024 से शुरू हुआ और 23 अगस्त 2024 को समाप्त होगा। इस राष्ट्रव्यापी उत्सव के भाग के रूप में एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय ने भारतीय सुदूर संवेदन संस्थान (IIRS), देहरादून के साथ मिलकर 2 अगस्त 2024 को अपने श्रीनगर परिसर में एक दिवसीय कार्यक्रम का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्घाटन जिला मजिस्ट्रेट पौड़ी अशिष चौहान और एचएनबी गढ़‌वाल विश्वविद्यालय के भूविज्ञान विभाग के प्रमुख प्रो.एम.पी.एस बिष्ट द्वारा वरिष्ठ इसरो वैज्ञानिक डॉ.हरीश चंद्र कर्नाटक,सी.एम.भट्ट,डॉ.कमल पांडे और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थिति में किया गया। अपने उद्घाटन भाषण में आशीष चौहान ने देश के विकास,विशेष रूप से बुनियादी ढांचे और स्वास्थ्य सेवा में भारतीय वैज्ञानिकों और शोधकर्ताओं के महत्वपूर्ण योगदान पर प्रकाश डाला। उन्होंने छात्रों को किसी भी वास्तविक जीवन की समस्या को हल करने के लिए वैज्ञानिक समझ की ओर प्रेरित किया। उन्होंने छात्रों से अपने कार्बन पदचिह्न को कम करने और प्लास्टिक के उपयोग से बचने पर भी जोर दिया। इस कार्यक्रम में इसरो वैज्ञानिकों द्वारा दो लोकप्रिय तकनीकी व्यखान सत्र,एक अंतरिक्ष प्रश्नोत्तरी और स्कूल छात्रों के लिए एक चित्रकला प्रतियोगिता कराई गयी। डॉ.हरीश चंद्र कर्नाटक ने इसरो के मिशनों और बच्चों के लिए अंतरिक्ष विज्ञान प्रौद्योगिकी और इसके अनुप्रयोगों के अवसरों पर अवगत कराया गया। उन्होंने छात्रों को नौकरी चाहने वालों के बजाय नौकरी सूजन करने वालों के रूप में उभरने और उहामिता को एक व्यवहार्य करियर पाथ के रूप में देखने के लिए प्रोत्साहित किया। डॉ.कर्नाटक ने इसरो की पहल जैसे भारतीय अंतरिक्ष हैकाथॉन,इसरो रोबोटिक्स चैलेंज और विभिन्न क्षेत्रीय स्तर के कार्यक्रमों से भी अवगत कराया। उन्होंने छात्रों को इसरो के ऑनलाइन शिक्षण वर्चुअल प्लेटफॉर्म,अंतरिक्ष जिज्ञासा (https://jigyasa.irs.gov.in) से जुड़ने के लिए आमंत्रित किया ताकि वे अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में अपने ज्ञान और कौशल को बढ़ा सकें। इसरो के वरिष्ठ वैज्ञानिक सी.एम.भट्ट ने शासन और विकास में अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के विभिन्न अनुप्रयोगों पर चर्चा की,जिसमें दूरसंवेदी,उपग्रह संचार और नेविगेशन प्रौद्योगिकियों की भूमिकाओं को उजागर किया। श्रीनगर गढ़वाल में इस समारोह में लगभग 18 स्कूलों से 500 छात्र-छात्राएं,शिक्षक,एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय के छात्र,शोधकर्ता और संकाय सदस्य शामिल हुए। श्रीनगर गढ़वाल में पूर्व-राष्ट्रीय अंतरिक्ष दिवस 2024 समारोह के दौरान विभिच प्रतियोगिताओं के विजेताओं को पुरस्कार और प्रमाण पत्र प्रदान किए गए।

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