प्रदीप कुमार
केदारनाथ-रूदप्रयाग/श्रीनगर गढ़वाल।गढ़वाल आयुक्त विनय शंकर पांडेय ने बताया कि अतिवृष्टि के बाद श्री केदारनाथ से गौरीकुंड का पैदल मार्ग अत्यधिक मात्रा में प्रभावित हो गया था। इसके अलावा सोनप्रयाग से गौरीकुंड के मध्य राष्ट्रीय राजमार्ग का लगभग डेढ़ सौ मीटर मार्ग भी क्षतिग्रस्त हो गया है। हालांकि इस पूरी घटना के बाद लगभग 5 से 6 दिनों की कड़ी मशक्कत के बाद 12 हजार 5 सौ अधिक लोगों का सफलतापूर्वक रेस्क्यू किया जा चुका है जो सुरक्षित स्थानों पर चले गए हैं।उन्होंने रेस्क्यू ऑपरेशन को सफल बताते हुए कहा कि पूरे ऑपरेशन में प्रदेश के मुख्यमंत्री जी का लगातार मार्गदर्शन मिलता रहा। इसके साथ ही एनडीआरएफ,एसडीआरएफ,सेना,पुलिस प्रशासन व स्थानीय लोगों ने रात-दिन मेहनत कर इस ऑपरेशन को सफल बनाने में महत्वपूर्ण भागीदारी निभाई। उन्होंने कहा कि पहले चरण में रेस्क्यू सफल रहा। इसके बाद द्वितीय चरण में प्रशासन की योजना जनजीवन को सामान्य स्थिति में लाने के साथ ही श्री केदारनाथ धाम की यात्रा को फिर से संचालित करने की है। बताया कि मुख्यमंत्री जी द्वारा कल से हेली सेवा के माध्यम से यात्रा संचालन की अनुमति दी गई है। साथ ही हैली के माध्यम से केदारनाथ यात्रा करने वाले श्रद्धालुओं को किराया में 25 प्रतिशत की छूट दी गई है। पैदल ट्रैक को सुचारू करने के बारे में जानकारी देते हुए गढ़वाल आयुक्त ने बताया कि इसमें कुछ समय लग सकता है। हालांकि चिन्हित क्षतिग्रस्त स्थानों पर श्रमिकों को लगा दिया गया है जो लगातार पैदल ट्रैक को दुरुस्त करने का कार्य कर रहे हैं लेकिन विपरित मौसम के कारण इसमें तीव्रता लाना संभव नहीं हो पाएगा। फिर भी लोक निर्माण विभाग,सिंचाई व विद्युत विभाग को निरंतर निगरानी करने के निर्देश दिए गए हैं जिससे प्रमुखता से पैदल यात्रा मार्ग को जल्द से जल्द शुरू किया जा सके।
