श्रीनगर-खिर्सू में बच्चों को खिलाई एल्बेंडाजोल की गोली
एनएचएम के राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम के तहत रहा कार्यक्रम सफल
प्रदीप कुमार
श्रीनगर गढ़वाल। राष्ट्रीय कृमि मुक्ति दिवस कार्यक्रम (एनडीडी) के तहत श्रीनगर-खिर्सू के सरकारी एवं निजी स्कूलों के साथ ही आंगनबाड़ी केन्द्रों पर बच्चों को एल्बेंडाजोल की गोली खिलाई गई। राष्ट्रीय किशोर स्वास्थ्य कार्यक्रम,राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य
कार्यक्रम,डॉक्टरों,आशा,आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों एवं स्कूल के शिक्षक-शिक्षिकाओं ने कृमि मुक्ति दिवस पर पूरा सहयोग देकर सभी बच्चों को एल्बेंडाजोल की खुराक खिलाई। प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री डॉ.धन सिंह रावत के निर्देशों पर खिर्सू क्षेत्र सीएमओ पौड़ी डॉ.प्रवीन कुमार एवं एसीएमओ डॉ.पारूल के निर्देशन में कार्यक्रम चला। खिर्सू ब्लॉक के आरकेएसके काउंसलर सपना नेगी,बेस चिकित्सालय श्रीकोट के काउंसलर मनमोहन सिंह ने बताया कि आरकेएसके समन्यवक मनमोहन पटवाल के नेतृत्व में सभी सरकारी एवं गैर सरकारी विद्यालयों एवं आंगनबाड़ी केंद्रों पर एक से 19 वर्ष तक के बच्चों को एल्बेंडाजोल की दवा खिलाई गई। जबकि छूटे बच्चों के लिए मॉप अप राउंड 18 व 19 सितम्बर को आयोजित होगा। काउंसलर मनमोहन सिंह एवं सपना ने कहा कि राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के तहत स्कूलों में स्वस्थ बच्चों के शरीर में मौजूद कृमि नाशक एल्बेंडाजोल की दवा का सेवन कराया जाता है। दवा से कोई साइड-इफेक्ट नहीं होता है। पेट में कृमि संक्रमण होने पर वह हमारे शरीर के अंदर खून से भोजन लेते है। दवा का सेवन न करने पर बच्चे शारीरिक व मानसिक रूप से कमजोर होने लगते हैं। इसलिए हर उक्त खुराक को स्वास्थ्य विभाग की मदद से बच्चों को तक पहुंचाई जाती है। वहीं आनंद इंटरनेशल स्कूल ढ़ामक में विद्यालय की प्रधानाचार्य गीता भंडारी,गौरव बुटोला,रचना,राखी,दीपिका,मानसी,मोनिका,विजयलक्ष्मी,राजकीय इंटर कॉलेज सुमाड़ी में प्रधानाचार्य,किड्स वर्ल्ड स्कूल,एचएनबी गढ़वाल विश्वविद्यालय के स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारी डॉ.प्रशांत मैठानी,रविन्द्र भारद्वाज,आईटीआई श्रीनगर में स्वास्थ्य केन्द्र प्रभारी ओपी नौटियाल,विक्रम नेगी सहित नगर क्षेत्र के कई विद्यालयों में शिक्षक-शिक्षकाओं ने बच्चों को एल्बेंडाजॉल की गोली बच्चों को बांटी और खिलाई। आरबीएसके टीम के डॉ.अतुल,डॉ.स्वाती,प्रवीन रावत,निर्मला आदि ने स्कूलों में बच्चों का चेकअप करने के साथ ही दवा वितरित की। डॉ.स्वाती ने बताया कि स्कूलों में बच्चों में किसी भी प्रकार का कोई साइड इफेक्ट नहीं देखा गया। खिर्सू और श्रीनगर क्षेत्र में कृमि मुक्ति दिवस पर बच्चों ने बड़े उत्साह के साथ दवा खाई।