नवरात्रि पर्व पर सिद्धपीठ मां भगवती धारी देवी के दर्शन व पूजा-अर्चना कर विश्व समृद्धि व क्षेत्र की खुशहाली की कामना की–अशोक मुनि महाराज
प्रदीप कुमार
श्रीनगर गढ़वाल। शारदीय नवरात्रे की पावन पर्व पर विशेष दर्शनीय पूजनीय आराधनीय वंदनीय नमननीय और वर्णननीय है श्रीनगर के निकट कल्यासौड़ में अलकनंदा नदी के तट पर स्थित सिद्धिदात्री मां भगवती धारी देवी का पौराणिक सिद्ध और वरदाई मंदिर है,मां धारी देवी में भक्तों की अटूट आस्था है,मान्यता है की मां के मंदिर में सच्चे मन से की गई आराधना अवश्य ही फलदाई होती है। आज शारदीय नवरात्रि के पावन पर्व पर अटल भारत सम्मान फाउंडेशन से (संत समाज) के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर अशोक मुनि महाराज ने धारी देवी मंदिर में पूजा अर्चना कर विश्व समृद्धि सुख शांति और खुशहाली की कामना की। उन्होंने बताया कि सिद्ध पीठ धारी देवी में भगवती के तीनों रूपों की पूजा होने से श्रद्धालुओं को मनोवांछित फल की प्राप्ति होती है तथा सिद्धपीठ धारी देवी में वर्ष भर भक्तों की आवाजाही लगी रहती है। जगत पालनहार मां धारी देवी मुक्ति का धाम है,मां हमारी भक्ति का आधार है,मां हम सबकी रक्षा की अवतार है। उन्होंने आगे बताया की वर्तमान समय में हम सभी को मां अलकनंदा एवं हिमालय की प्रति सजग रहकर इसकी अस्तित्व को बचाने के लिए आगे आना होगा,अलकनंदा नदी को स्वच्छ निर्मलता बनाए रखें। उत्तराखंड की पवित्र देवभूमि के हर व्यक्ति व श्रद्धालु गंगा में गंदगी ना फेक और गंगा की निर्माता बनी रहे इस तरह हम सभी को मां अलकनंदा एवं पर्यावरण के प्रति आस्था और श्रद्धा बनी रहेगी तभी हमारी भावी पीढ़ी का भविष्य सुरक्षित रहेगा। इस अवसर पर अशोक मुनि महाराज के साथ भक्तगण डॉ.आशीष शर्मा,डॉ.नूतन शर्मा,विजयलक्ष्मी शर्मा,दिग्विजय सिंह बिष्ट और प्रीति देवी सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु एवं भक्तगण उपस्थित थे। इस अवसर पर धारी देवी के मुख्य पुजारी पंडित रामचंद्र पांडे मैं सभी भक्तगणों की पूजा अर्चना कर आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर डॉक्टर आशीष शर्मा ने बताया कि उत्तराखंड देवभूमि की आराध्य मां भगवती धारी देवी पर भक्तों का अटूट आस्था व विश्वास है उन्होंने कहा कि नवरात्रि पर्व पर मां के चरणों पर हाजिरी जरूर लगाए।