हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय में हिमालय में बागवानी विषय पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का हुआ उद्घाटन
प्रदीप कुमार श्रीनगर गढ़वाल। हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय में ‘हिमालय में बागवानी’ विषय पर तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का उद्घाटन गुरूवार को स्वामी मनमंथन प्रेक्षागृह चौरास परिसर में हुआ। बागवानी विभाग और भारतीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास सोसायटी तथा बागवानी एवं वानिकी विश्वविद्यालय भरसार उत्तराखंड के संयुक्त तत्वाधान में आयोजित इस संगोष्ठी में देश-विदेश के बागवानी विशेषज्ञ भाग ले रहे हैं। संगोष्ठी का उद्घाटन बतौर मुख्य अतिथि विश्वविद्यालय की कुलपति प्रो.अन्नपूर्णा नौटियाल एवं एचएमयू हिसार हरियाणा के कुलपति प्रो.एस.के.मल्होत्रा तथा विश्वविद्यालय के बागवानी विभाग के संस्थापक डॉ.एस.एस.रावत ने किया। आगामी तीन दिनों तक 19 अक्टूबर, 2024 को आयोजित इस संगोष्ठी में हिमालयी क्षेत्र में बागवानी के विकास और चुनौतियों पर देश के विभिन्न बागवानी संस्थानों से आये विद्वान चर्चा करेगें। उद्घाटन सत्र के अवसर पर कुलपति प्रो.अन्नपूर्णा नौटियाल ने इस संगोष्ठी को शिक्षा और समाज के लिए अह्म बताते हुए कहा कि बागवानी रोजगार की दृष्टि से महत्वपूर्ण क्षेत्र है और इस तरह की संगोष्ठी से बागवानी में अनुसंधान को बढ़ावा मिलेगा। वहीं बतौर मुख्य वक्ता एचएमयू हरियाणा के कुलपति प्रो.एस.के.मल्होत्रा ने कहा कि आज भारत बागवानी से जुड़े उत्पादों के लिए पूरे विश्व से कई उत्पाद आयात कर रहा है इस दृष्टि से बागवानी के क्षेत्र में युवाओं के लिए कई रोजगार के क्षेत्र खुले हैं। उन्होंने कहा कि नये-नये अनुसंधान से आज उन्नत बागवानी हो रही है जिसमें अपार सम्भावनाओ को देखते हुए सरकार भी कई योजनाएं चला रही है। उन्होंने इस तरह की संगोष्ठी के आयोजन को हिमालयी क्षेत्र में बागवानी के विकास के लिए उपयोगी बताया। वहीं इस अवसर पर गढ़वाल विश्वविद्यालय में बागवानी विभाग को स्थापित करने में अह्म भूमिका निभाने वाले विभाग के प्रथम विभागध्यक्ष डॉ.एस.एस.रावत ने अपने अनुभवों को साझा किया और हिमालयी क्षेत्रों में बागवानी की चुनौतियों और सम्भावनााओं पर विस्तृत व्याख्यान दिया। इस अवसर पर भारतीय बागवानी अनुसंधान एवं विकास सोसायटी के उपाध्यक्ष डॉ वी.एस.नेगी ने बागवानी के विभिन्न पहलुओं पर अपनी बात रखी और सोसाइटी द्वारा किए जा रहे कार्यों को बताते हुए कहा कि उनकी सोसाइटी पूरे देश में बागवानी के क्षेत्र में किसानों को मद्द कर रही है साथ ही अनुसंधान के क्षेत्र मे कई शिक्षण संस्थानों के साथ कार्य कर रही है। आगामी दो दिनों तक इस संगोष्ठी में अलग-अलग तकनीकी सत्र आयोजित किए जाएंगे। जिनका मुख्य उद्देश्य हिमालयी क्षेत्र में बागवानी के विकास के लिए नई रणनीतियां तैयार करना है। इस अवसर पर डॉ.एस.के.द्विवेदी निदेश डीआरडीओ,संकायाध्यक्ष प्रो.एस.के.नेगी,विभागध्यक्ष डॉ.डी.के.राणा,संगोष्ठी सचिव डॉ तेजपाल बिष्ट समेत विभिन्न राज्यों से आये प्रतिभागी,छात्र-छात्राएं,शोधार्थी मौजूद रहे। कार्यक्रम का संचालन शोधार्थी हिमानी राणा एवं अनुष्का ने किया।