पर्यावरण संरक्षण के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य करने पर रक्षा सूत्र आंदोलन के प्रणेता पर्यावरणविद् डॉ.सुरेश भाई को गौरा देवी स्मृति सम्मान से किया गया सम्मानित
प्रदीप कुमार श्रीनगर गढ़वाल। आज हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा विभाग के सहयोग से पर्वतीय विकास शोध केंद्र के द्वारा प्रसिद्ध पर्यावरणविद सुरेश भाई को पांच दशकों से पर्यावरण संरक्षण में उल्लेखनीय कार्य करने पर उन्हें आज गोरा देवी स्मृति सम्मान से सम्मानित किया गया यह सम्मान उन्हें गढ़वाल केंद्रीय विश्वविद्यालय के छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो.महावीर सिंह नेगी शारीरिक शिक्षा विभाग के विभाग अध्यक्ष डॉ मुकुल पंत एवं पर्वतीय विकास शोध केंद्र के नोडल अधिकारी डॉ.अरविंद दरमोड़ा ने प्रदान किया सम्मान में उन्हें सम्मान पत्र एवं स्मृति चिन्ह भेंट कर शाॅल उड़ाकर सम्मानित किया गया। हेमती नंदन बहुगुणा गढ़वाल केंद्र विश्वविद्यालय के शारीरिक शिक्षा विभाग द्वारा आयोजित कार्यक्रम में स्वर्गीय गोरा देवी समृद्धि व्यापकता एवं सम्मान समारोह के मुख्य वक्ता सुरेश भाई ने कहा कि हिमालय क्षेत्र के लिए यह सबसे बड़ी चिंता है। की वर्तमान तबीयत भौतिक विकास की अंधी दौड़ में प्राकृतिक संसाधनों जल जंगल जमीन के अनावश्यक दोहन किया जाने के कारण पर्यावरण एवं लोगों के जीवन की गुणवत्ता में लगातार गिरावट आती जा रही है जलवायु परिवर्तन के कारण जल स्रोतों में नदियों के सूखने हम नदियों के पिघलने से पर्यावरण का संतुलन भी बिगड़ता जा रहा है जंगली जानवरों का रुख अब शहरों की और हो गया है। सुरेश भाई ने कहा कि जलवायु परिवर्तन का प्रभाव सबसे अधिक महिलाओं पर हो रहा है अतः विकास नीति बनाते समय जलवायु परिवर्तन के प्रभाव को देखना नितांत आवश्यक है। मुख्य अतिथि छात्र कल्याण अधिष्ठाता प्रो.महावीर सिंह नेगी ने कहा कि हिमालय में हर प्रकार के हिमालय मॉडल निर्धारित हो वह भवन सड़के विद्युत परियोजनाएं फुल ट्रेन लाइन सब यहां की संवेदनशील रचना और हिमालय की शाश्वत में महत्वपूर्ण भूमिका को दृष्टि में रखकर बनाई जानी चाहिए पर्वतीय विकास शोध केंद्र के नोडल अधिकारी डॉ.अरविंद दरमोड़ा ने सुरेश भाई के द्वारा किए गए कार्यों पर प्रकाश डाला। डॉ.दरमोड़ा ने कहा कि सुरेश भाई ने ही हिमालय लोक नीति का ममोड़ो 2010-11 में भारत सरकार को दिया था शारीरिक शिक्षा विभाग के विभाग के अध्यक्ष डॉ.मुकुल पंत ने सभी अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित किया। इस अवसर पर पत्रकार रणजीत सिंह जाखी,डॉ.हीरालाल यादव,डॉ.गुरदीप सिंह,डॉ.अजर हुसैन अंसारी,रोहित ममगांई ने भी विचार प्रकट किए व्याख्यानमाला में 100 प्रतिनिधियों ने भाग लिया।