हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय के बिड़ला परिसर में छात्र संगठन द्वारा नई शिक्षा नीति पर की गई संगोष्ठी
प्रदीप कुमार श्रीनगर गढ़वाल। आज 13 नवंबर 2024 को हेमवती नंदन बहुगुणा गढ़वाल विश्वविद्यालय बिड़ला परिसर में छात्र संगठन एआईडीएसओ (ऑल इंडिया डेमोक्रेटिक स्टूडेंट ऑर्गनाइजेशन) द्वारा नई शिक्षा नीति 2020 पर चर्चा की गई जिसमें फीस वृद्धि,सरकारी स्कूलों को बंद करने,स्कूल,कॉलेज में शिक्षकों व गैर शैक्षणिक कर्मचारियों की कमी व शिक्षा के निजीकरण व्यापारीकरण के खिलाफ शिक्षा कन्वेंशन आयोजित किया गया। जिसमें मुख्य वक्ता के रूप में छात्र संगठन एआईडीएसओ के ऑल इंडिया महासचिव सौरभ घोष उपस्थित रहे,इसके साथ ही विश्वविद्यालय आंदोलनकारी और बीएसएनल ट्रेड यूनियन नेता पी.बी.डोभाल ने कहा कि गढ़वाल विश्वविद्यालय बड़े संघर्ष की देन है लेकिन आज स्थिति यह है कि यहां बड़ी संख्या में शैक्षणिक को गैर शैक्षणिक पद खाली है विश्वविद्यालय का कार्य बिना कुलपति के प्रभावित हो रहा है। इससे अंदाजा लगाया जा सकता है केंद्र सरकार शिक्षा के मामले में कितनी संवेदनशील है। एआईडीएसओ छात्र संगठन की ऑल इंडिया काउंसिल मेंबर और हिंदी विषय की शोधार्थी रेशमा पंवार ने वर्तमान में उत्तराखंड की शिक्षा व्यवस्था पर बात रखते हुए कहा कि “एक तरफ सरकार नई शिक्षा नीति को बढ़ावा दे रही है,वहीं दूसरी तरफ उत्तराखंड राज्य में 1671 गवर्नमेंट प्राइमरी स्कूल बंद किए गए देशभर में इसी तरह लाखों स्कूलों को बंद किया जा रहा है। कन्वेंशन के मुख्य वक्ता सौरभ घोष ने कहा कि नई शिक्षा नीति 2020 शिक्षा का निजीकरण,व्यापारीकरण संप्रदायिकरण और केंद्रीयकरण करने की नीति है। आज के शिक्षा सम्मेलन में डॉ.मुकेश सेमवाल,एआईडीएसओ पौड़ी जिला इकाई के अध्यक्ष कुलदीप रमोला,संदीप कुमार,मोनिका चौहान,प्रिया,निशा,राजदीप कार्यकारिणी सदस्य छात्रसंघ,अमित,अजय,अनिल,विकास,सीमा आदि छात्र-छात्राएं बड़ी संख्या में मौजूद रहे। मंच संचालन पूर्व सहसचिव रंजना द्वारा किया गया।