सरकारी नौकरी लगाने का झांसा देने वाले गैंग लीडर को पौड़ी पुलिस ने किया गिरफ्तार, 30.7 लाख की ठगी का खुलासा
प्रदीप कुमार
कोटद्वार-पौड़ी/श्रीनगर गढ़वाल।दिनांक 08.सितंबर.2024 को कोतवाली कोटद्वार पर वादी मयंक नेगी,कोटद्वार द्वारा एक शिकायती प्रार्थना पत्र दिया गया। जिसमें बताया गया कि 1.सतीश कुमार,निवासी-दिल्ली 2.राजकुमार बैनर्जी उर्फ सुब्रुतो,निवासी-कृष्णानगर दिल्ली,द्वारा वादी को ईस्टर्न रेलवे में GROUP-C की नौकरी लगाने के नाम पर धोखाधड़ी करके फर्जी नियुक्ति पत्र तथा इस्टर्न रेलवे का आई कार्ड देकर वादी से रु 30,70,550/-00 (तीस लाख सत्तर हजार पांच सौ पचास रुपये मात्र) ठग लिए गये हैं। इस शिकायती प्रार्थना पत्र के आधार पर कोतवाली कोटद्वार में अभियोग पंजीकृत किया गया।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी लोकेश्वर सिंह द्वारा आमजन के साथ हुयी इस धोखाधड़ी की घटना को गम्भीरता से लेते हुये अभियुक्तों की शीघ्र गिरफ्तारी हेतु निर्देशित किया गया था। उपरोक्त अभियुक्तों की गिरफ्तारी करने हेतु पुलिस टीम द्वारा लगातार प्रयास किया जा रहा था लेकिन अभियुक्त शातिर किस्म के होने के कारण लगातार अपने ठिकाने बदल कर गिरफ्तारी से बच रहे थे,जिस पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक महोदय पौड़ी द्वारा अभियुक्तों की गिरफ्तारी पर 05 हजार रू.का ईनाम घोषित किया गया था। कोटद्वार पुलिस टीम द्वारा पतारसी-सुरागरसी कर विभिन्न प्रदेशों में दबिश देने के फलस्वरुप उपरोक्त अभियोग में संलिप्त एक अभियुक्त सतीश कुमार को दिनांक 23.नवंबर.2024 की देर सायं को दबिश देकर वजीराबाद,दिल्ली से गिरफ्तार किया गया। पूछताछ व जानकारी के आधार पर उक्त अभियुक्त और उसके साथियों का देश के विभिन्न प्रांतों के बेरोजगार युवाओं को अपने झांसे में लेकर सरकारी नौकरी लगाने के नाम पर उनसे पैसें लेकर फर्जी नियुक्ति पत्र दिए जाते हैं और इनका पश्चिम बंगाल राज्य में भी संम्पर्क होना पाया गया है जसमें विवेचनात्मक कार्यवाही जारी है। अभियुक्त के आपराधिक इतिहास की जानकारी जुटायी जा रही है साथ ही अभियुक्त को न्यायालय के समक्ष पेश कर आवश्यक वैधानिक कार्यवाही जारी है।नाम पता अभियुक्त।1.सतीश कुमार पुत्र बलदेव सिंह, निवासी-हाउस नंबर- 73,AC-ब्लॉक कुतुब विहार,गोयल डेरी,साउथ दिल्ली।हाल निवासी-गली नं0-21,मकान न0-139,बंगाली कॉलोनी बुराडी,संतनगर,थाना वजीराबाद दिल्ली।पुलिस टीम।उपनिरीक्षक राजाराम डोभाल,मुख्य आरक्षी उत्तम सिंह,आरक्षी चंद्रपाल