राजकीय मेडिकल कालेजों व अस्पतालों में आयुष्मान योजना के तहत हो अधिक से अधिक इलाज
प्रदीप कुमार
देहरादून/श्रीनगर गढ़वाल। 27 नवम्बर 2024
सूबे में शत प्रतिशत लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाने को जनपदवार कार्ययोजना बनाई जाएगी। इस सम्बंध में सभी जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को निर्देश दिये गये। इसके लिए उन्होंने आगामी 31 मार्च तक विशेष अभियान चलाने को भी कहा गया है जिसमे 70 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के वृद्धजनों के भी कार्ड बनाये जाएंगे। इसके साथ ही राजकीय मेडिकल कॉलेज व चिकित्सालयों में आयुष्मान योजना के तहत अधिक से अधिक मरीजों के उपचार के लिये अधिकारियों को ठोस रणनीति बनाने को कहा गया है।बैठक में अधिकारियों को गोल्डन कार्ड में आ रही व्यवहारिक दिक्कतों को भी दूर करने के निर्देश दिये गये।चिकित्सा स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत ने आज राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के सभागार में विभिन्न स्वास्थ्य सेवाओं की समीक्षा की।डॉ.रावत ने आयुष्मान कार्ड बनाने की धीमी प्रगति वाले जनपदों के मुख्य चिकित्साधिकारियों को जमकर फटकार लगाई। उन्होंने प्रदेश में शत-प्रतिशत लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाने को सभी सीएमओ को ठोस कार्ययोजना बनाकर शासन को उपलब्ध कराने के निर्देश दिये। डॉ.रावत ने कहा कि प्रदेश में 23.89 लाख परिवारों के 97.11 लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाने का लक्ष्य रखा गया है जिसमें से अभी तक 53.61 लाख लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके हैं। जबकि 4.73 लाख लोगों के गोल्डन कार्ड बनाये गये हैं। इसी प्रकार 70 वर्ष से अधिक आयु वर्ग के करीब दो हजार लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाये जा चुके हैं।उन्होंने बताया कि आयुष्मान योजना के तहत अबतक 12.32 लाख लोगों ने योजना का लाभ उठाया है जिस पर 2289 करोड़ की धनराशि खर्च की जा चुकी है। इसी प्रकार एक लाख से अधिक गोल्डनकार्ड धारकों ने भी इस योजना के अंतर्गत स्वास्थ्य लाभ लिया। विभागीय मंत्री ने अधिक से अधिक लोगों के आयुष्मान कार्ड बनाने को आगामी 31 मार्च तक विशेष अभियान चलाने के निर्देश अधिकारियों को दिये। जिसमें सीएचओ,एएनएम,आशा व आयुष्मान मित्रों का सहयोग लिया जाएगा। जिसके लिए सचिव स्वास्थ्य एवं चेयरमैन राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण सभी जनपदों के जिलाधिकारियों व सीएमओ के साथ वर्चुअल बैठक कर अभियान की समीक्षा करेंगे।बैठक विभागीय मंत्री ने राजकीय मेडिकल कॉलेजों व सरकारी अस्पतालों में आयुष्मान योजना के तहत ज्यादा से ज्यादा मरीज़ों का उपचार करने के लिए और बेहतर रणनीति बनाने के निर्देश दिये। इसके अलावा बैठक में गोल्डन कार्ड में आ रही व्यवहारिक दिक्कतों को दूर करने,108 आपातकालीन सेवा के सुधारीकरण,मेडिकल कालेजों व राजकीय अस्पतालों में विभिन्न संवर्गों में रिक्त पदों को भरने सहित कई अन्य बिंदुओं पर चर्चा कर विभागीय अधिकारियों को जरूरी निर्देश दिये।बैठक में राज्य स्वास्थ्य प्राधिकरण के चेयरमैन अरविंद सिंह ह्यांकी,सचिव स्वास्थ्य आर राजेश कुमार,अपर सचिव स्वास्थ्य व सीईओ एसएचए आनंद श्रीवास्तव,अपर सचिव स्वास्थ्य स्वाति भदौरिया,नमामि बंसल,महानिदेशक स्वास्थ्य डॉ.तारा आर्य,निदेशक स्वास्थ्य डॉ.सुनीता टम्टा,डॉ.मनीष उप्रेती,सीएमओ देहरादून डॉ संजय जैन,सीएमओ हरिद्वार डॉ.आर.के.सिंह,प्राचार्य दून मेडिकल कालेज डॉ.गीता जैन,प्राचार्य हरिद्वार मेडिकल कालेज डॉ.आर एस रैना,अपर निदेशक चिकित्सा शिक्षा डॉ.आर.एस.बिष्ट संयुक्त निदेशक डॉ.एम के पंत सहित अन्य विभागीय अधिकारी मौजूद रहे जबकि अन्य मेडिकल कालेजों के प्राचार्यों एवं सीएमओ ने वर्चुअल माध्यम से बैठक में प्रतिभाग किया।