श्रीनगर डाकघर में आयोजित नशा उन्मूलन कार्यशाला में जागरूकता का प्रचार प्रसार
प्रदीप कुमार श्रीनगर गढ़वाल। गढ़वाल मंडलीय नशा उन्मूलन नोडल अधिकारी अखिलेश चंद्र चमोला ने नशा उन्मूलन के संदर्भ में श्रीनगर डाकघर के सभागार में कार्यशाला आयोजित की जिसमें नोडल अधिकारी चमोला ने शिक्षा मंत्री डॉ.धन सिंह रावत की मूहिम नशा मुक्त शहर नशा मुक्त गांव नशा मुक्तआसपास का वातावरण के समसामयिक पहलू पर चर्चा करते हुए कहा कि-नशा एक बुराई है,जिसका सेवन करने से इंसान का अनमोल जीवन समय से पहले ही मौत का शिकार हो जाता है। नशे के लिए समाज में शराब,गांजा,अफीम,जर्दा,गुटका,तंबाकू,धूम्रपान,चरस,स्मैक,कोकिन जैसे मादक पदार्थों का उपयोग किया जा रहा है। इन जहरीले और नशीले पदार्थों की सेवन करने से व्यक्ति को शारीरिक मानसिक और आर्थिक हानि पहुंचाने के साथ ही सामाजिक वातावरण भी दूषित हो जाता है। इस राक्षसी प्रवृत्ति को समाप्त करना बहुत जरूरी है। डाकघर निरीक्षक रूपेश मालियल ने कार्यशाला में कहा कि नशा जैसी बीमारी के लिए जन जागरूकता कार्यक्रम बहुत जरूरी है। इस तरह की कार्यक्रमों से ही जन-समाज जागरूक होता है। इस मूहिम का हमें हिस्सा बनने का गौरव प्राप्त हो रहा है। पोस्टमास्टर नरेंद्र सिंह पुंडीर ने कहा-हमारी सबसे अनुमोल संपत्ति हमारा स्वस्थ है। हमें नशीले पदार्थो का सेवन करके अपने शरीर का नाश नहीं करना है। एक एक क्षण हमारे लिए बहुमूल्य है। इन क्षणों का उपयोग हमें अच्छे कार्यों के लिए करना चाहिए। नशा उन्मूलन के लिए जागरूकता का प्रचार प्रसार करना बहुत जरूरी है। इस संदर्भ में नशा उन्मूलन नोडल अधिकारी अखिलेश चंद्र चमोला बेहतर तरीके से आम जनमानस को जागरुक कर रहे हैं। यह अपने आप में सराहनीय प्रयास है। जिस ऊर्जा के साथ ये नशा उन्मूलन के सन्दर्भ में कार्यशाला आयोजित कर रहे हैं। निश्चित ही इसके परिणाम बहुत ही सार्थक निकलेंगे। इस अवसर पर विपुल पुंडीर,निर्मला मियां,प्रेमलाल,गौरव देवली,संजय चौधरी,अजय गोस्वामी,प्रकाश चंद,जयपाल,दिनेश कुमार,महेंद्र चौहान,राजेश सिंह,राजेंद्र सिंह,आशीष गुप्ता,रोहित राजपूत,निशांत सक्सेना,वर्षा कश्यप आदि डाकपाल मुख्य रूप से मौजूद थे। कार्य शाला का संचालन नरेंद्र सिंह पुंडीर ने किया।