बेस अस्पताल में नीक्कू वार्ड ठीक संचालित हो रहा खराब होने की सूचना अफवाह
प्रदीप कुमार
श्रीनगर गढ़वाल। बेस चिकित्सालय में विगत दिवस गायनी विभाग में रूद्रप्रयाग अस्पताल से रेफर होकर आई महिला को बेस अस्पताल में पहुंचने पर डॉक्टरों की टीम द्वारा पूरा चेकअप किया गया तो महिला का प्रसव प्रीमेच्योर बच्चा होने को था,तो डॉक्टरों की टीम ने बाल रोग विभाग के डॉक्टरों से नीक्कू वार्ड की स्थिति के बारे में पूछा गया तो वार्ड में एक भी बेड खाली नहीं था। जिससे डॉक्टरों ने महिला एवं उसके होने वाले शिशु के स्वास्थ्य को देखते हुए नीक्कू की सुविधा वाले एम्स ऋषिकेश में विना समय गंवाते जाने के लिए कहा गया। बेस अस्पताल के चिकित्सा अधीक्षक डॉ.अजेय विक्रम सिंह ने बताया कि बेस अस्पताल में हर दिन 12-18 प्रसव होते है।जिसमें कई नवजात शिशुओं में दिक्क्तें होने की शिकायत रहती है, तो ऐसे शिशुओं को नीक्कू में भर्ती किया जाता है। अस्पताल में गढ़वाल क्षेत्र से सभी रेफर केस गंभीर अवस्था में बेस अस्पताल पहुंचते है। चिकित्सा अधीक्षक ने कहा कि गायनी विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ.दीप्ति शर्मा से जानकारी ली गई कि विगत दिवस रूद्रप्रयाग से प्रसव के लिए आई महिला का 31 सप्ताह में प्रीमेच्योर बच्चा होने को था,तो डॉक्टरों ने महिला को देखने के बाद पूरी राय सुमारी लेकर ही महिला को आगे के लिए भेजा गया। कहा कि नीक्कू वार्ड में सभी बेड भरे थे,ऐसे में महिला का प्रसव किया जाता तो नीक्कू में शिशु के लिए जगह नही मिलती,तो बच्चे को खतरा पैदा हो सकता था।चिकित्सा अधीक्षक ने कहा कि सोशल मीडिया फेसबुक जो जानकारी आम जनता तक एक स्थानीय जनप्रतिनिधि द्वारा साझा की गई,वह सरासर गलत व भ्रामक है। नवजात शिशुओ को रखने के लिए नीक्कू वार्ड में कोई खराबी नहीं है। जनता को गुमराह करने तथा बिना जानकारी लिये सोशल मीडिया पर इस तरह से गलत पोस्ट करने वालों पर अस्पताल प्रशासन जल्द एक्शन लेगा। कहा कि बिना जानकारी लिये इस तरह की गलत जानकारी सोशल मीडिया पर साझा करने से अस्पताल प्रशासन के साथ ही आम जनता को परेशानी होती है।