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सरस्वती विद्या मंदिर श्रीकोट में आयोजित पुलिस की पाठशाला कार्यक्रम में क्षेत्राधिकारी श्रीनगर द्वारा छात्र-छात्राओं को किया गया जागरूक।

प्रदीप कुमार
पौड़ी/श्रीनगर गढ़वाल।वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक पौड़ी लोकेश्वर सिंह द्वारा जनपद के राजपत्रित/अराजपत्रित अधिकारियों व सभी थाना/चौकी प्रभारियों को अपने अपने क्षेत्रों के स्कूल/कॉलेजों व ग्रामीणों के बीच में गोष्ठियों का आयोजन कर छात्र/छात्राओं एवं आमजन को नशे के दुष्प्रभाओं,साइबर क्राइम/फ्रॉड से बचने व ट्रैफिक नियमों का पालन किये जाने हेतु अधिक से अधिक जागरुकता फैलाने हेतु निर्देशित किया गया है। इसी क्रम में आज दिनांक 17 फरवरी 2025 को सरस्वती विद्या मंदिर श्रीकोट में आयोजित की गयी “पुलिस की पाठशाला” कार्यक्रम में पुलिस उपाधीक्षक श्रीनगर अनुज कुमार मुख्य अतिथि के रूप में पहुंचे। जागरूकता कार्यक्रम के दौरान महोदय द्वारा स्कूल के समस्त छात्र-छात्राओं और स्कूल स्टॉफ को वर्तमान में बढ़ते साइबर अपराधों जैसे फ़िशिंग,बुलिंग,फ्रॉड लिंक,थर्ड पार्टी ऐप,सोशल साइट्स पर गलत कंटेंट्स से बचने तथा युवा पीढ़ी नशा के प्रति जागरूक करते हुए इसके दुष्परिणामों के बारे में बताकर एक स्वस्थ

समाज के लिए स्कूली बच्चों व अध्यापकों के साथ मिलकर नशे से दूर रहने की शपथ भी दिलाई गयी| छात्र छात्राओं के मध्य साइबर सम्बन्धी प्रतियोगिता कराकर बच्चों को पुरस्कृत भी किया गया।इसके साथ ही जनपद में थाना पुलिस द्वारा लगातार अपने-अपने क्षेत्रान्तर्गत जागरूकता कार्यक्रमों का आयोजन किया जा रहा है जिसके तहत थाना सतपुली पुलिस द्वारा आदर्श रा.इ.कॉ.पोखड़ा,थाना देवप्रयाग द्वारा राजकीय इंटर कॉलेज सबदरखाल,थाना यमकेश्वर द्वारा राजकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय तिलधार व थाना रिखणीखाल के चौकी रथवाढाब क्षेत्र में महिला सम्बन्धी अपराध,नशे से होने वाले दुष्प्रभावों, सोशल मीडिया के दुष्प्रभावों,डिजिटल सुरक्षा एवं साइबर अपराध से बचाव एवं ऑनलाइन लेन-देन में सतर्कता बरतने,अनजान लिंक,फर्जी कॉल या ईमेल बचाव,बैंकिंग डिटेल्स,OTP व पासवर्ड साझा न करने के बारे में विस्तृत रुप से बताया गया। इसके साथ ही नशे में वाहन ना चलाने,वाहन चलाते समय सीट बैल्ट का प्रयोग करने,दोपहिया वाहन चलाते समय हेलमेट आवश्यक रूप से पहनें ताकि अपने सर की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा सके,नाबालिग द्वारा वाहन न चलाने तथा नाबालिग द्वारा वाहन चलाते पाए जाने पर वैधानिक प्राविधानों के तहत परिजनों के विरुद्ध होने वाली कार्यवाही की जानकारी दी गई।इसके अतिरिक्त आपात कालीन नम्बर डायल -112, साइबर हेल्प लाइन नम्बर-1930,की जानकारी भी दी गयी।

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