उत्तराखंड की देवभूमि को हरा-भरा बनाने के लिए समलौण की मुहिम
प्रदीप कुमार
श्रीनगर गढ़वाल।उत्तराखंड की देवभूमि को हरा-भरा बनाने के लिए पर्यावरण संरक्षण के तहत समलौण की मुहिम में जुटे हैं शिक्षक बीरेंद्र दत्त गोदियाल। लगभग 25 वर्षों से देवभूमि उत्तराखंड के राठ और पहाड़ी क्षेत्रों में समलौण पौधारोपण करते हुए नई मिसाल कायम की है।विकास खंड थलीसैंण के कोठी गांव निवासी बीरेंद्र दत्त गोदियाल पेशे से शिक्षक हैं और मौजूदा समय में वे राजकीय जूनियर हाई स्कूल पाटुली में सेवारत हैं।इन्होंने पर्यावरण संरक्षण को लेकर वर्ष 2000 से ही हर गांव में इस पहल को आगे बढ़ने का संकल्प लिया और 2010 में समलौण संस्था का गठन किया।समलौण संस्था के
माध्यम से क्षेत्र के किसी गांव में शुभ कार्य जैसे कि शादी,मुंडन,नामकरण संस्कार,चूड़ाकर्म,जन्मदिन और वार्षिक श्राद्ध जैसे कार्यक्रमों में पौधारोपण करवाने पहुंच जाते हैं। शिक्षक बीरेंद्र दत्त गोदियाल ने बताया कि अब तक क्षेत्र के विभिन्न गांवों में हो करीब बारह सौ के करीब शादियों में समलौण पौध का रोपण करवा चुके हैं।इसके अलावा 50 से 60 विद्यालयों में भी पौधारोपण कर चुके हैं।पर्यावरण संरक्षण को लेकर उनकी इस पहल का असर घर-गांव में आयोजित होने वाले शुभ अवसरों पर पौधारोपण कार्यक्रम नजर आने लगा है।पर्यावरण संरक्षण को आगे बढ़ाते हुए जनपद पौड़ी गढ़वाल के विकास खंड पाबौ के अंतर्गत पट्टी बाली कंडारस्यूं के ग्राम कोठला में कैलाश नौटियाल के पुत्र रिषभ नौटियाल के जन्मदिवस के उपलक्ष में घर के आंगन में संतरे का समलौण पौधा रोपकर जन्मदिवस को यादगार बनाने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन का संदेश दिया। कार्यक्रम का संचालन गांव की समलौण सेना नायिका बीरा देवी ने किया।जनपद पौड़ी गढ़वाल के विकास खंड पौड़ी के अंतर्गत पट्टी पैडुलस्यूं के ग्राम डुगरी में जसपाल सिंह नेगी के पुत्र की शादी के बाद नव दम्पत्ति गणेश एवं हिमानी ने घर के आंगन में संतरे का समलौण पौधा रोपकर शादी को यादगार बनाने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन का संदेश दिया, पौधे के संरक्षण की जिम्मेदारी स्वयं जसपाल सिंह नेगी ने ली। कार्यक्रम का संचालन समलौण आंदोलन की राज्य संयोजिका सावित्री देवी मंमगाई ने किया।उक्त अवसर पर प्रवीण राणा,देवेंद्र,रेखा देवी,कमलेश,राकेश,सुदामा देवी,वंदना लखपत देवी देव,समस्त ग्रामीण उपस्थित थे।जनपद पौड़ी
गढ़वाल के विकास खंड पाबौ के अंतर्गत पट्टी बाली कंडारस्यूं के ग्राम चौफन्डा में चक्रधर प्रसाद पोखरियाल की पुत्री की शादी में वर वधू राहुल एवं सतोषी ने घर के आंगन में तेजपात का समलौण पौधा रोपकर शादी को यादगार बनाने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन का संदेश दिया। पौधे के संरक्षण की जिम्मेदारी दुल्हन की मां जमोत्री देवी ने ली। उक्त अवसर पर शिरोमणि पोखरियाल,आनंदमणि पोखरियाल,जनार्दन पोखरियाल,प्रकाश चंद्र पोखरियाल,विनोद कुमार,नवीन,महेश आदि ग्रामीण एवं बाराती व घराती उपस्थित थे।समलौण आंदोलन के तहत नगर निगम कोटद्वार के अंतर्गत बालागंज किशनपुरी में नरोत्तम पंत के पुत्र अनुराग पंत के जन्मदिवस के उपलक्ष में घर के आंगन में आम का समलौण पौधा रोपकर जन्मदिवस को यादगार बनाने के साथ साथ पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन का संदेश दिया। कार्यक्रम का संचालन समलौण आंदोलन की सेना नायिका आशा देवी पंत ने किया। विकास खंड थलीसैंण के पट्टी कंडारस्यूं के अंतर्गत ग्राम-दोला में रविन्द्र नौटियाल के पुत्र अरनव के चूड़ाकर्म संस्कार के उपलक्ष में घर के आंगन में संतरे का समलौण पौधा रोपकर संस्कार को यादगार बनाने के साथ-साथ पर्यावरण संरक्षण एवं संवर्धन का संदेश दिया,पौधे के संरक्षण की जिम्मेदारी बच्चे की मां सुनीता देवी ने ली। कार्यक्रम का संचालन गांव की समलौण सेना नायिका बीना देवी ने किया।पर्यावरण संरक्षण की मुहिम चला रहे शिक्षक बीरेंद्र दत्त गोदियाल बताते हैं कि घर-गांव में महिलाएं भी आंदोलन से जुड़े हैं इसके लिए उन्होंने गांव में जाकर ग्रामीणों को पौधारोपण के महत्व को बताया और आज जनपद पौड़ी गढ़वाल के विभिन्न गांवों में समलौण सेना हमारी इस देवभूमि में हरियाली को आगे बढ़ने का काम कर रही हैं।