प्रदीप कुमार देवप्रयाग/श्रीनगर गढ़वाल। अंतरराष्ट्रीय योग दिवस पर केंद्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय,श्री रघुनाथ कीर्ति परिसर के छात्र-छत्राओं,प्राध्यापकों,कर्मचारियों के साथ ही विभिन्न विश्वविद्यालयों के शोधार्थियों ने योगाभ्यास किया। मुख्य अतिथि राष्ट्रीय सिंधी विकास परिषद के निदेशक प्रो.रविप्रकाश टेकचंदानी ने योग के महत्त्व को रेखांकित करते हुए कहा कि भारत के उज्ज्वल भविष्य के लिए इसकी नितांत आवश्यकता है। अध्यक्षता करते हुए परिसर निदेशक प्रो.पीवीबी सुब्रह्मण्यम ने कहा कि योग ने करोड़ों लोगों को स्वास्थ्य की अमूल्य निधि तो प्रदान की ही है, विश्व में भारत की अलग पहचान भी बनाई है। कार्यक्रम संयोजिका प्रो.चंद्रकला आर.कोंडी ने भी विचार व्यक्त किये। धन्यवाद ज्ञापन डॉ.ब्रह्मानंद मिश्र ने किया। योगाभ्यास योग प्राध्यापक डॉ.सुधांशु वर्मा ने कराया। कार्यक्रम का संचालन डॉ.अनिल कुमार ने किया। उधर,संगम पर आयोजित योेगाभ्यास कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि विधायक विनोद कंडारी ने कहा कि अपने लिए कुछ समय निकालकर हम आजीवन स्वस्थ रह सकते हैं। आसनों और प्राणायाम करके हम अनेक असाध्य रोगों को दूर कर सकते हैं। इसीका नाम योग है। शिक्षा और आयुष विभाग की ओर से आयोजित इस कार्यक्रम में तहसीलदार कीर्तिनगर मानवेंद्र बर्त्वाल,तहसीलदार देवप्रयाग एस.एस.रावत,डॉ.अनीता कुकसाल,डॉ.राकेश अग्रवाल,डॉ.राममनी दुबे, वीरेंद्र कठैत आदि उपस्थित रहे।