श्रीनगर गढ़वाल। ब्रिटेन की संसद के उच्च सदन हाउस ऑफ लॉर्ड्स में आयोजित ग्लोबल ब्रिलिएंस अवार्ड समारोह में भारतीय समुदाय के अति विशिष्ठ लोगों को सम्मानित किया। समारोह का आयोजन आईआईएसएएफ ने किया। प्राप्त जानकारी के अनुसार बताया गया है कि अवार्ड विजेताओं का चयन एक ज्यूरी द्वारा किया गया। सभी विजेताओं को अपने-अपने क्षेत्र में उत्कृष्ट योगदान के लिए सम्मानित किया गया। इस समारोह में उत्तराखंड के प्रख्यात गढ़कवि-गीतकार और लोकगायक नरेन्द्र सिंह नेगी को उनके 50 सालों में लोक गीत,संगीत और संस्कृति के उन्नयन,संरक्षण,संवर्धन,प्रोत्साहन और योगदान के लिए डिस्टिंग्विश्ड लीडरशिप इन इंडियन फोक सिंगिंग से पुरस्कृत किया गया। नरेंद्र सिंह नेगी ने इस मौके पर अपने सदाबहार गीत “ठंडों रे ठंडो” गा कर उपस्थित लोगों को मंत्रमुग्ध कर दिया।
जीबीए के इस कार्यक्रम में सहयोगी उत्तराखंड ग्लोबल फोरम के सह-संस्थापक संदीप बिष्ट ने इस मौके पर प्रसन्नता व्यक्त करते हुए कहा कि यह सम्मान सिर्फ नेगी का ही नहीं बल्कि संपूर्ण उत्तराखंड और दो करोड़ से अधिक उत्तराखंडियों का सम्मान है। उन्होंने कहा कि यह सम्मान आने वाले नये कलाकारों को भी प्रोत्साहित करेगा। उन्होंने कहा कि नरेंद्र सिंह नेगी ने हमेशा पहाड़ों के सामाजिक सुखों और दुखों को अपने गीतों से उठाया है और हम आशा करते हैं कि वो आगे भी ऐसे ही गीत लेखन और गायन को जारी रखेंगे। आईआईएसएएफ के अध्यक्ष आदित्य प्रताप सिंह ने इस मौके पर अपने संबोधन में कहा कि प्रतिभाशाली भारतीय पेशेवरों के प्रयासों को वैश्विक मंच पर मान्यता देने से भारत की प्रतिष्ठा को ऊपर उठाने में मदद मिलती है। नेगी जैसे लोक कलाकार जो पिछले 50 वर्षों से अपनी भाषा,संस्कृति,परंपरा को अपने गीतों के माध्यम से संरक्षित करते हुए तत्परता से आगे बढ़ा रहे हैं,उनका यह सम्मान सारे समाज का सम्मान है। इस कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भारतीय मूल के ब्रिटिश सांसद लॉर्ड रामी रेंजर,विंडसर के एमपी जैक रांकिन,मेयर प्रेरणा भारद्वाज मौजूद थे। इसके अलावा विभिन्न देशों के दूतावासों जैसे माल्टा और इटली आदि के प्रतिनिधियों ने भी इस कार्यक्रम को गरिमा प्रदान की। इस शुभ अवसर पर फिल्म निर्माता एवं राज्य के वरिष्ठ पत्रकार चंद्रवीर गायत्री ने कहा कि ब्रिटिश संसद की उच्च सदन लार्ड ऑफ हाउस से सम्मानित होना ऐसा व्यक्तित्व सिर्फ गढ़कवि नरेंद्र सिंह नेगी ही हो सकते हैं, उत्तराखंडियत की आत्मा है नेगी दा काम युगों-युगों तक याद रखा जाएगा। इस अवसर पर विभिन्न सामाजिक,सांस्कृतिक एवं राजनैतिक संगठनों ने खुशी जाहिर करते हुए हर्ष व्यक्त किया। इस मौके पर श्रीनगर के पूर्व नगर पालिका अध्यक्ष मोहनलाल जैन ने प्रख्यात गढ़कवि गढ़वाली लोकगायक नरेंद्र सिंह नेगी को ब्रिटेन की संसद के उच्च सदन में फोक सिंगिंग अवार्ड से पुरस्कृत होने पर धर्म,आध्यात्मिक,सांस्कृतिक,शिक्षा नगरी श्रीनगर की ओर से शुभकामनाएं दी तथा उन्होंने कहा कि नरेंद्र सिंह नेगी जब सूचना विभाग में अधिकारी थे तब उन्होंने पहाड़ी क्षेत्र के गरीब,असहाय और बेसहारा लोगों की हर समय मदद की, उन्होंने श्रीनगर बैकुंठ चतुर्दशी मेले में 15 सालों तक कमेटी को अपने गानों के माध्यम से विशेष सहयोग दिया,आज भी हम उनके गाए हुए गाने समय-समय पर गुनगुनाते रहते हैं ‘सरा ररा प्वां प्वां चली भै मोटर चली’ इसके साथ ही पूर्व पालिकाध्यक्ष ने हर्ष व्यक्त करते हुए कहा कि उत्तराखंड वासियों के लिए गौरव का विषय है। श्रीनगर के प्रतिष्ठित सामाजिक कार्यकर्ता कुशलानाथ ने नरेंद्र सिंह नेगी को बधाई संदेश देते हुए कहा कि नेगी दा ने कही गढ़वाली सदाबहार गीत गाए हैं उनके द्वारा गया हुआ यह गाना हमेशा विपदा के समय में याद आता है ‘कु ढुंगों नी पूजी मैन,कै डांडा नी गयों मैं’ और दूसरा यादगार गाना ‘कैमा नी बोल्या भैजी जननियों कू मरियू छौं’ ऐसे कहीं गढ़वाली गीत नरेंद्र सिंह नेगी ने गाएं हैं। नेगी दा सभी उत्तराखंडियों के प्रेरणा स्रोत हैं। इस अवसर श्रीनगर व्यापार सभा के अध्यक्ष दिनेश असवाल व जिला व्यापार मंडल के जिला अध्यक्ष वासुदेव कंडारी ने संयुक्त रूप से श्रीनगर व्यापारियों की ओर से बधाई एवं शुभकामनाएं दीं। इस अवसर पर श्रीनगर भागीरथी कला संगम के सदस्यों द्वारा लोक गायक गढ़कवी नरेंद्र सिंह नेगी को ब्रिटिश सरकार द्वारा फोक सिंगिंग अवार्ड सम्मान से नवाजा गया जिसके लिए संस्था के अध्यक्ष राजेंद्र प्रसाद बड़थ्वाल,निर्देशक मदन गडोई एवं संस्था की सभी सदस्यों ने हर्ष व्यक्त करते हुए हार्दिक शुभकामनाएं दी।
