प्रदीप कुमार
रूद्रप्रयाग/श्रीनगर गढ़वाल।डेंगू रोग रोकथाम अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग के तत्वावधान में गत ढाई माह से चलाए जा रहे अभियान के तहत स्वास्थ्य विभाग की टीमें अब तक 18546 घरों का सर्वे कर लार्वा निरोधात्मक कार्यवाही की गई है। अभियान के अंतर्गत 129755 कंटेनर की जांच की गई।
अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.विमल सिंह गुसाईं ने बताया कि जनपद में गत 16 मई से डेंगू रोकथाम अभियान चलाया जा रहा हैं। इसके अंतर्गत आशा,एएनएम व अन्य स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं की टीमें घर-घर भ्रमण कर लोगों को डेंगू रोग रोकथाम के प्रति जागरूक कर सर्वे व लार्वा निरोधात्मक कार्यवाही कर रही हैं। स्वास्थ्य टीमों द्वारा घरों में पानी की टेंक का निरीक्षण,टायर,गमलों,फ्रीज ट्रे आदि उन वर्तनों से पानी साफ करवाया गया जहां डेंगू के मच्छर के पनपने की आशंका होती है। उन्होंने बताया कि अब तक 88742 आबादी के 18546 घरों का सर्वे किया गया। जिसमें 129755 पानी के कंटेनर की जांच की गई,चार स्थानों पर लार्वा पाया गया,जिसे मौके पर नष्ट किया गया। उन्होंने बताया कि बुखार के लक्षण मिलने पर 305 की डेंगू जांच की गई,सभी टेस्ट नेगेटिव पाए गए। इसके अतिरिक्त विद्यालयों में भी डेंगू रोकथाम के लिए जागरूकता अभियान चलाया जा रहा है। अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी डाॅ.विमल सिंह गुसाईं ने जनमानस से डेंगू रोकथाम अभियान में सहयोग की अपील करते हुए कहा रूके हुए पानी में डेंगू का मच्छर पनपने की आशंका बनी रहती है,लिहाजा डेंगू से बचने के लिए सबसे अच्छा उपाय यह है कि डेंगू के मच्छर को पनपने ही न दें,इसके लिए घरों,स्कूल व आंगनबाड़ी केंद्रों के आस-पास पानी एकत्रित न होने दें,उन्होने जल भंडारण की वस्तुओं को ढक कर रखने,कूलर, फूलदान,टंकी आदि ऐसी चीजें जहां पानी एकत्र हो सकता है वहां पानी एकत्र न होने दें व इन स्थानों पर सप्ताह में एक बार सफाई करने तथा डेंगू के मच्छर से बचाव हेतु पूरी बांहों वाले कपड़े पहनने,मच्छरदानी,मच्छर नाशक क्रीम,स्प्रे आदि का प्रयोग करने करें। उन्होंने बताया कि डेंगू रोग रोकथाम के तहत स्वास्थ्य विभाग द्वारा पूरी तैयारी कर दी गई है, बताया कि जनपद के प्रमुख चार चिकित्सालयों में आइसोलेसन वार्ड बनाए गए हैं,जिसमेंजिला चिकित्सालय व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद अगस्त्यमुनि में 06-06, सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जखोली व पीएचसी ऊखीमठ में 02-02,सहित कुल 16 बैड वाले आइसोशलन वार्ड बनाए गए हैं व वार्ड नोडल की तैनाती भी कर दी गई है। बताया कि डेंगू रोग प्रबंधन के तहत चिकित्सालयों में पर्याप्त मात्रा में दवा व जांच किट उपलब्ध हैं।