बुढ़ना लस्या में कलश यात्रा के साथ भागवत कथा का शुभारंभ
प्रदीप कुमार
जखोली/श्रीनगर गढ़वाल। विकास खण्ड जखोली की ग्राम पंचायत बुढ़ना लस्या में सात दिवसीय भागवत कथा का पीत वस्त्र धारण महिलाओं द्वारा निकाली गयी कलश यात्रा के साथ शुभारंभ हो गया है। बुधवार को कथा का शुभारंभ करते हुए बद्रीकाश्रम के ज्योतिषपीठ व्यास से अलंकृत चारधाम विकास परिषद के पूर्व उपाध्यक्ष आचार्य पं.शिव प्रसाद ममगांई ने कहा है कि मानव जीवन के मूल में भक्ति होनी चाहिए। आचार्य ममगांई ने कहा है कि देवता एक धर्म नहीं,अपितु पूरे ब्रह्माण्ड की रक्षा करते हैं। कहा कि राधा चौबीस घंटे भगवान को अपने ऊपर पीताम्बर के रूप में ओढ़ कर रखते हैं। आचार्य पंडित ममगांई ने कहा कि हार व्यवहार चारित्रिक दोषी को बढ़ावा देने वाला धुंधकारी हैं। कथा को सुनने के बाद गौ करण जो की सरल स्वभाव का व्यक्ति माता पिता सहित समाज के दोषों को दूर करे वही गौ करण हैं। उन्होंने कहा है कि मनोरंजन नहीं मनोभंजन के लिए भागवत होती है,जितने श्रोता आते हैं उनके पितृ का भी तारण श्रवण करने से हो जाता है या उनकी हर मनोरथ की सिद्धि होती है। उन्होंने कहा कि गायन में भी भागवत में कीर्तन मन को प्रसन्न करता हैं,किंतु प्रसंग संबंधित होनी चाहिए। स्लोक बद्ध कथा करना श्रवण करने वालों के लिए रक्षा कवच होता है। पूजन परायण पाठों का या जप का होना कथा की पूर्ति या उसमें पूर्णता लाने का काम करता है। उन्होंने कहा उत्तराखंड से भगवती गंगा प्रवाहित हुई हैं जिसने पूरे विश्व को अभिसिंचित किया इसलिए यहां कथा बोलने का सबका अधिकार है। आचार्य ममगांई ने कहा कि योग समाधी से सभी फल प्राप्त होते हैं,जो नहीं प्राप्त होते उसकी पूर्ति भागवत से होती है। कहा कि श्रोता,वक़्ता व कर्ता तीनों पावान होते हैं। उन्होंने कहा कि कर्ता की श्रद्धा,वक़्ता का कर्म ओर श्रोताओं की भावना से श्रीमद्भागवत कथा सफल होती है। इस अवसर पर रूक्मणी नैथानी,जितेंद्र नैथानी,अनेन्द्र नैथानी,प्रधान आरती नैथानी,पार्वती नैथानी,आचार्य गीता राम नैथानी,विनय नैथानी,अनिल नैथानी,सतीश नैथानी,आचार्य सन्दीप बहुगुणा,आचार्य सूरज पाठक,आचार्य राम प्रसाद ममगांई,आचार्य हिमांशु मैठाणी,आचार्य जितेंद्र ममगांई,अनिल चमोली,भानु प्रसाद नैथानी,केदार दत्त डंगवाल,देवेन्द्र प्रसाद सेमवाल,वीरेन्द्र बडोनी,बुद्धि राम कौठारी,प्रदीप गैरोला,गणेश डंगवाल,अखलेश,लोकश,रुद्राक्,देवांशी,शिवांशी,सुरेन्द्र सेमवाल,गणेश डंगवाल,रावल बसंत सिंह रावत,सूरज नैथानी,श्रीकृष्ण नैथानी,प्रेम प्रकाश नैथानी,कुन्दन सिंह पंवार,दौलत सिंह गहरवार,राजेन्द्र कंडवाल,भगवान सिंह राणा,गोविन्द सिंह कैन्तुरा,सुनील नौटियाल आदि भक्त गण भारी संख्या मे उपस्थित थे।