प्रदीप कुमार श्रीनगर गढ़वाल। उत्तरप्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा की 105 वीं जयंती श्रीनगर में कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने धूमधाम से मनाई। श्रीनगर के बस स्टैंड पर स्वर्गीय बहुगुणा की मूर्ति पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं एवं पदाधिकारियों ने माल्यार्पण कर श्रद्धांजलि अर्पित की है। इस अवसर पर कांग्रेसियों ने कहा कि स्वर्गीय हेमवती नंदन बहुगुणा 1980 में अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के कार्यकारी अध्यक्ष थे और कांग्रेस के टिकट पर गढ़वाल संसदीय सीट से सांसद चुने गए थे। कहा कि चुनाव के तुरंत बाद मंत्रिमंडल गठन को लेकर उनके इंदिरा गांधी के साथ मतभेद हुए और कुछ महीनों के बाद ही उन्होंने कांग्रेस से त्यागपत्र दे दिया और साथ ही यह कहते हुए कि जिस पार्टी के चुनाव चिन्ह पर वे चुनाव जीते हैं,नैतिकता के आधार पर वे सांसदी से भी त्यागपत्र दे रहे हैं। उन्होंने सांसदी से त्यागपत्र दे दिया। उस समय देश में दल बदल कानून नहीं था और बहुगुणा के सामने ऐसी कोई मजबूरी नहीं थी कि उनको दल बदल के कारण सांसदी खोनी पड़ेगी, लेकिन उन्होंने नैतिकता के आधार पर त्यागपत्र दिया और वे ऐसा करने वाले देश के पहले नेता बने ओर उसके बाद हुए उपचुनाव में रिकॉर्ड जीत हेमवती नंदन बहुगुणा के नाम दर्ज है। उन्होंने कहा कि बहुगुणा बहुत जीवट वाले नेता थे जिन्होंने कभी सिद्धांतों से समझौता नहीं किया चाहे उनको उसके लिए कितनी भी कीमत चुकानी पड़ी हो लेकिन वे कभी झुके नहीं और अपने सिद्धांतों पर हमेशा अडिग रहे। इस अवसर पर पीसीसी सदस्य व पूर्व नगर कांग्रेस अध्यक्ष बीरेंद्र सिंह नेगी,नगर कांग्रेस अध्यक्ष सूरज घिल्डियाल,सुरेंद्र सिंह चौहान,मीडिया प्रभारी लाल सिंह नेगी,वाई.एस.पंवार,जीत सिंह बिष्ट आदि ने श्रद्धांजलि अर्पित की।