मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की समीक्षा बैठक में प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को आवश्यक निर्देश दिए
प्रदीप कुमार
रुद्रप्रयाग/श्रीनगर गढ़वाल।राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन की समीक्षा बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को विभिन्न राष्ट्रीय स्वास्थ्य कार्यक्रमों के प्रभावी संचालन के लिए जरूरी निर्देश दिए गए। साथ ही प्रति शनिवार को निर्धारित आयुष्मान आरोग्य शिविरों के आयोजन के दृष्टिगत सीएचओ को शनिवार के दिन अवकाश न देने के भी निर्देश दिए गए।मुख्य चिकित्सा अधिकारी कार्यालय सभागार में आयोजित बैठक में विभिन्न स्वास्थ्य कार्यक्रमों की समीक्षा की गई।मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ.विमल सिंह गुसाईं द्वारा राष्ट्रीय क्षय उन्मूलन कार्यक्रम के अंतर्गत अधिक से अधिक टीबी रोगियों की खोज हेतु बलगम जांच दर ओपीडी के सापेक्ष अनिवार्य रूप से पांच प्रतिशत करने के निर्देश दिए। जिला कार्यक्रम समन्वयक मुकेश बगवाड़ी द्वारा आगामी दिसंबर माह से शुरू होने वाले 100 दिवसीय निक्षय शिविर अभियान के बारे में जानकारी दी गई,बताया गया कि अभियान के तहत सीएचओ व आशा कार्यकत्रियों द्वारा क्षेत्रों में निक्षय शिविर आयोजित किए जाएंगे। एनटीईपी कार्यक्रम में तेजी लाने के लिए महानिदेशालय स्तर से जनपद को प्राप्त पोर्टेबल एक्स-रे मशीन सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र जखोली को उपलब्ध कराने का निर्णय लिया गया।कांप्रिहेंसिव प्राइमरी हेल्थ केयर कार्यक्रम की समीक्षा में मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा प्रति शनिवार आयुष्मान आरोग्य केंद्र में पीएचसी स्तर पर आयोजित हो रहे स्वास्थ्य शिविरों की रिपोर्टिंग न होने पर नाराजगी व्यक्त की। उन्होंने सभी प्रभारी चिकित्सा अधिकारियों को आयुष्मान आरोग्य शिविरों की नियमित व निर्धारित समय पर रिपोर्टिंग सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने प्रति शनिवार आयुष्मान आरोग्य शिविरों के आयोजन के मद्देनजर सीएचओ को शनिवार के दिन अवकाश न देने के निर्देश भी दिए। अवकाश अति आवश्यक होने पर प्रभारी चिकित्सा अधिकारी संबंधित सीएचओ के आयुष्मान आरोग्य शिविर के आयोजन की व्ययस्था सुनिश्चित कर ही अवकाश प्रदान करें।आरकेएसके कार्यक्रम की समीक्षा में पियर एजुकेटर की एएनएम सेंटर पर प्रतिमाह समीक्षा बैठक करने के निर्देश दिए,जिससे क्षेत्र में किशोर स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याओं की काउंसलिंग/उपचार हेतु त्वरित निस्तरण किया जाएगा।इससे अलावा मातृत्व एंव शिशु स्वास्थ्य की समीक्षा के अंतर्गत ससमय टीकाकरण सुनिश्चित कराने,एचएमआईएस व आरसीएच रिपोर्टों का अनुश्रवण व समीक्षा के उपरांत ही प्रभारी चिकित्सा अधिकारी जिला स्तर को रिपोर्ट प्रेषित करने,हाई रिस्क प्रेगनेंसी के मामलों में विशेष ऐहतियात बरतने के निर्देश दिए गए। इस अवसर पर जिला प्रतिरक्षण अधिकारी डॉ.आशुतोष,प्रभारी चिकित्सा अधिकारी डॉ.खुशपाल शाह, डॉ.गोपाल सजवाण,डॉ.अतुल उपाध्याय,डीपीएम हिमांशु नौडियाल,बीपीएम मुदित मैठाणी,अमित मैठाणी,विपिन सेमवाल,विजय रावत,अशोक नौटियाल,हरेंद्र नेगी,अरविंद अणथ्वाल,सतीश नौटियाल,हेमंत नौटियाल आदि मौजूद रहे।